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सेक्स संबंध बनाते समय बरतें सावधानी, वरना हो जाएगी ये खतरनाक बीमारी

Sex Sefty Tips: आज के समय में लोग अक्सर सेक्स करते समय गलतियां करते है ,जिससे बिमारियां भी हो सकती है आइए जानते है विस्तार से.

By: Shivashakti Narayan Singh | Published: September 30, 2025 6:26:52 PM IST



Sex Tips: एमजी एक यौन संचारित रोग है, जिस पर अगर ध्यान न दिया जाए, तो यह अगला सुपरबग बन सकता है. दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं. माइकोप्लाज्मा जेनिटैलियम (एमजी) के आमतौर पर कोई शुरुआती लक्षण नहीं होते, लेकिन यह पुरुषों और महिलाओं दोनों को संक्रमित कर सकता है. यह इतना खतरनाक है कि महिलाओं में बांझपन का कारण भी बन सकता है.एमजी के शुरुआती लक्षणों को पहचानना मुश्किल होता है, जिससे इसका इलाज मुश्किल हो जाता है. अगर ठीक से इलाज न किया जाए, तो एंटीबायोटिक्स भी बेअसर हो सकते हैं. ब्रिटिश एसोसिएशन ऑफ सेक्सुअल हेल्थ एंड एचआईवी ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए इस बीमारी पर नई सलाह जारी की है.

एमजी क्या है?

एमजी (माइकोप्लाज्मा जेनिटैलियम) एक जीवाणु है जो पुरुषों में पेशाब के रास्ते में सूजन पैदा कर सकता है. और पेशाब करने में कठिनाई होती है. एमजी महिला जननांगों (गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब) में भी सूजन पैदा कर सकता है. इससे दर्द, रक्तस्राव और बुखार हो सकता है.असुरक्षित सेक्स संबंध एमजी का प्रमुख कारण माना जाता है. कंडोम इस संक्रमण को रोकने में कारगर हो सकता है. इसका पहली बार 1980 के दशक में यूके में पता चला था, और माना जाता है कि यह आबादी के एक से दो प्रतिशत को प्रभावित करता है. MG के लक्षण हमेशा ध्यान देने योग्य नहीं होते और न ही हमेशा उपचार की आवश्यकता होती है, लेकिन इसे अनदेखा किया जा सकता है या क्लैमाइडिया जैसे अन्य यौन संचारित रोगों के लिए गलत समझा जा सकता है.

एमजी का इलाज

हाल ही में, MG के निदान के लिए कुछ परीक्षण विकसित किए गए हैं, लेकिन ये सभी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं हैं. इसका इलाज दवाओं और एंटीबायोटिक दवाओं से किया जा सकता है, लेकिन कई मामलों में, यह रोग दवाओं का असर नहीं करता है.

कंडोम बेहतर रोकथाम है

MG के इलाज में इस्तेमाल होने वाले एंटीबायोटिक, मैक्रोलाइड्स, की प्रभावशीलता दुनिया भर में कम हो गई है. यूके में, इसके मामलों में लगभग 40% की कमी आई है. अच्छी खबर यह है कि एक अन्य एंटीबायोटिक, एजिथ्रोमाइसिन, अभी भी ज़्यादातर मामलों में प्रभावी है. ब्रिस्टल के डॉ. पीटर ग्रीनहाउस का कहना है कि MG के बारे में लोगों में जितनी अधिक जागरूकता होगी, इसकी रोकथाम में उतनी ही अधिक मदद मिलेगी. उन्होंने लोगों को कंडोम का इस्तेमाल करने और सुरक्षित यौन संबंध बनाने की सलाह दी है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है

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