How to maintain sexual stamina after 30: 30 की उम्र के बाद महिलाओं ही नहीं, पुरुषों के शरीर में भी कई तरह के बदलाव शुरू हो जाते हैं. 30 के बाद सेक्सुअल हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का शरीर में लेवल कम होने लगता है, मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है और स्टेमिना पर भी खराब डाइट और लाइफस्टाइल का असर पड़ता है. इन सब का नतीजा होता है बेडरूम परफॉर्मेंस का खराब होना. ऐसे में अगर आप 30 के बाद शादी का प्लान कर रहे हैं, तो अपनी डाइट में कुछ बदलाव जरूर करें. क्योंकि, सही डाइट और लाइफस्टाइल की मदद से यौन क्षमता, एनर्जी और कॉन्फिडेंस को ठीक किया जा सकता है.
30 की उम्र के बाद मर्द करें अपनी डाइट में 5 बदलाव
हरी सब्जियां और फल
उम्र बढ़ने के साथ-साथ अपनी डाइट से जंक फूड और बहुत मसालेदार खाने को हटा देना चाहिए. क्योंकि, उम्र बढ़ने के साथ शरीर में फ्री रेडिकल्स की संख्या भी बढ़ने लगती है जो एजिंग के प्रोसेस की स्पीड बढ़ा देती है. इसलिए डाइट में हरी सब्जियां, पालक, ब्रोकली और मौसमी फलों को शामिल करें. यह एंटीऑक्सीडेंट्स बढ़ाते हैं.
ज्यादा प्रोटीन, कार्ब्स कम

30 के बाद बेडरूम परफॉर्मेंस को बेहतर रखने के लिए मांसपेशियों को मजबूत बनाकर रखना जरूरी होता है. इसके लिए डाइट में प्रोटीन बढ़ाएं. प्रोटीन के लिए अंडे, दालें, मूंगफली, चिकन और मछली जैसी चीजें खा सकती हैं. वहीं, कार्ब्स कम करने के लिए जंक फूड का कम से कम सेवन करें.
पानी और हाइड्रेशन
शरीर में डिहाइड्रेशन की वजह से मांसपेशियों में सिकुड़न आने लगती है. इतना ही नहीं, शरीर की एनर्जी भी कम हो जाती है. ऐसे में शरीर में पानी की कमी न होने दें. दिनभर में कम से कम 8 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है. पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से डाइजेशन सही रहता है और बॉडी से टॉक्सिन्स रिलीज होते रहते हैं.
हेल्दी फैट्स
30 के बाद सेक्सुअल लाइफ में सबसे ज्यादा असर स्टेमिना पर आता है. सेक्स पावर और स्टेमिना को मेंटेन रखने के लिए डाइट में ऑलिव ऑयल, बादाम, अखरोट और एवोकाडो जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा तला-भुना खाने से दूर रहें, क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है जिसका असर बेडरूम परफॉर्मेंस पर सीधा आता है.
शुगर से दूरी है भली
शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ने से सेक्सुअल हार्मोन टेस्टोस्टेरोन में कमी आने लगती है. ऐसे में डाइट से एक्स्ट्रा शुगर को 30 की उम्र के बाद कम कर देना चाहिए. इसके लिए मिठाई, केक, कोल्ड ड्रिंक और प्रोसेस्ड फूड न खाएं. वहीं, पैक जूस की जगह नेचुरल जूस पीएं. क्योंकि, पैक जूस में आर्टिफिशियल फ्लेवर और शुगर की मात्रा अधिक होती है.
Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.