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Heart Health Tips: पैरेंट्स को है दिल की बीमारी? तो आप पर भी है खतरा! डॉक्टर से जानिए बचाव के तरीके

Heart Health Tips: आजकल कोई भी व्यक्ति दिल की बीमारी से सुरक्षित नहीं है, इसलिए बच्चों को कम उम्र से ही स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से भविष्य में इस बीमारी के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है.

By: Shivashakti Narayan Singh | Published: November 7, 2025 8:32:50 PM IST



Heart Health Tips: दिल की बीमारी आजकल तेजी से बढ़ रही है ,न केवल वृद्ध लोग, बल्कि युवा भी इसके शिकार हो रहे हैं. डॉक्टरों का मानना है कि खराब जीवनशैली, जैसे लंबे समय तक बैठे रहना, व्यायाम की कमी, और खान-पान की आदतें जैसे कि फास्ट फूड, जंक फूड और मिठाइयों का अत्यधिक सेवन, इन बीमारियों के जोखिम को बढ़ा रहे हैं.वहीं आजकल के बच्चे मोबाइल फोन या टीवी स्क्रीन पर बहुत ज्यादा समय बिता रहे हैं, जिससे उनकी शारीरिक गतिविधियां कम हो रही हैं. इसके अलावा, खान-पान में अनियमितता भी दिल को सीधे तौर पर प्रभावित कर रही है. यही कारण है कि समय के साथ दिल से जुड़ी हुई समस्याओं का खतरा बढ़ गया है.

विशेषज्ञों के अनुसार

विशेषज्ञ कहतें हैं कि अगर परिवार में किसी को, खासकर माता-पिता में से किसी एक को, पहले से ही हृदय रोग रहा है, तो इससे आपका जोखिम भी बढ़ जाता है. हालांकि, अच्छी खबर यह है कि अगर आप अपने जोखिमों को पहचान लें और समय रहते निवारक उपाय करें, तो इस संभावित घातक स्थिति से बचा जा सकता है.

दिल की बीमारी के बढ़ते मामले

हार्ट रोग विशेषज्ञों का कहना है कि आजकल हृदय रोग से कोई भी सुरक्षित नहीं है, इसलिए बच्चों को कम उम्र से ही स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से भविष्य में इस बीमारी के होने का खतरा कम हो सकता है. इसके लिए, उन्हें रोज़ाना 30 मिनट व्यायाम, पौष्टिक आहार, पर्याप्त नींद और तनाव-मुक्त दिनचर्या की आदत डालनी चाहिए.

क्या कहता है अध्ययन ?

इस रोग के खतरे को समझने के लिए किए गए एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि 55 वर्ष की आयु से पहले हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास रखने वाले लोगों में इसका खतरा अधिक हो सकता है. अमर उजाला से बात करते हुए, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि सिन्हा बताते हैं कि आनुवंशिकी हृदय रोग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. जन्मजात हृदय दोष और कार्डियोमायोपैथी इसके सबसे आम उदाहरण हैं.

अधिक खतरे वाले लोगों को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.

नियमित रूप से हार्ट की जांच करवाएं

अगर परिवार में किसी को दिल की बीमारी है, तो 25 साल की उम्र के बाद ईसीजी, इकोकार्डियोग्राम और लिपिड प्रोफाइल टेस्ट जैसे परीक्षण करवाना ज़रूरी है. अपने रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच के लिए नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लें. ये परीक्षण जोखिम कारकों की जल्द पहचान करने और उसके अनुसार निवारक उपाय करने में मदद करते हैं.

खान-पान पर विशेष ध्यान दें

हृदय रोग से बचाव में आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अगर आपके परिवार में हृदय रोग का इतिहास रहा है, तो संतृप्त वसा, ट्रांस वसा और नमक का सेवन कम करें. अपने दैनिक आहार में फाइबर युक्त अनाज, हरी सब्ज़ियाँ, फल और ओमेगा-3 से भरपूर मछली या मेवे शामिल करें.

नियमित व्यायाम की आदत डालें

हृदय रोग से बचाव के लिए नियमित व्यायाम की आदत डालें. रोज़ाना सिर्फ़ 30 मिनट तेज़ चलना या हल्का कार्डियो व्यायाम हृदय को मज़बूत बनाता है. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की एक रिपोर्ट के अनुसार, नियमित व्यायाम हृदय रोग के जोखिम को 35% तक कम करता है. इसके अलावा, शक्ति प्रशिक्षण और योग करें, जिससे रक्त संचार बेहतर होता है और तनाव कम होता है.

धूम्रपान और शराब से दूर रहें

जिन लोगों को आनुवंशिक रूप से हृदय रोग का खतरा है, उनके लिए सिगरेट और शराब ज़हर के समान हैं. निकोटीन और अल्कोहल रक्त वाहिकाओं को संकुचित करते हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ता है और धमनियां कमजोर होती हैं. धूम्रपान छोड़ने के एक साल के भीतर हृदय रोग का खतरा 50% तक कम किया जा सकता है.

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