Best Food for a Thyroid Person: थायराइड एक ऐसी समस्या है जिसमें हमारी थायरॉइड ग्रंथि ठीक से काम नहीं कर पाती। इससे हमारे शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे वजन बढ़ना, थकान, बालों का झड़ना आदि। थायराइड को नियंत्रित करने में आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो थायराइड के प्रभाव को बढ़ा सकती हैं, इसलिए ज़रूरी है कि आप इनका सेवन सीमित मात्रा में करें।
किन चीजों से बढ़ सकता है थायराइड की समस्या ?
- क्रूसिफेरस सब्जियां (पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां) जो गॉइट्रोजेनिक होती हैं, थायराइड ग्रंथि के कामकाज को प्रभावित कर सकती हैं। इन्हें अच्छी तरह पकाकर इस प्रभाव को कम किया जा सकता है। खासकर कच्ची क्रूसिफेरस सब्जियां, कच्ची पत्तागोभी या पराठों में इस्तेमाल होने वाली मूली से बचना चाहिए।
- सोया और उसके उत्पादों जैसे सोयाबीन, सोया तेल आदि में मौजूद आइसोफ्लेवोन्स नामक यौगिक थायराइड के लिए खतरनाक हो सकते हैं। सोया की जगह पनीर, नियमित डेयरी दूध या बादाम, ओट्स दूध जैसे विकल्प इस्तेमाल किए जा सकते हैं। ये विकल्प आसानी से उपलब्ध हैं और ज़्यादा पौष्टिक भी हैं।
- गुठलीदार फल (जैसे आम, आड़ू), जिनके बीच में एक बड़ा बीज होता है, थायराइड में सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए क्योंकि ये भी गॉइट्रोजेनिक होते हैं।
- थायराइड के मामलों में रागी, ज्वार, बाजरा जैसे मोटे अनाज का सेवन सावधानी से करना चाहिए क्योंकि ये ग्रंथि पर दबाव डाल सकते हैं; सीमित मात्रा में सेवन ठीक है। इनकी जगह क्विनोआ, ब्राउन राइस, ओट्स आदि खाए जा सकते हैं। ग्लूटेन भी थायराइड के लिए एक जोखिम हो सकता है, खासकर ऑटोइम्यून थायराइड वाले लोगों के लिए। ऐसे में, गेहूँ के उत्पादों की बजाय साबुत अनाज के विकल्प लेना बेहतर है।
- बता दे कि, कैफीन की जगह ग्रीन टी या हर्बल टी पिएँ। मिठाइयों से भी बचना चाहिए क्योंकि उच्च कैलोरी वाली मिठाइयाँ, जूस, केक आदि पचाने में मुश्किल होते हैं, जिससे शरीर में चर्बी जमा हो जाती है और वजन बढ़ जाता है। इसके बजाय, गुड़ या प्राकृतिक स्वीटनर जैसे प्राकृतिक स्वीटनर का उपयोग करें।
सुबह खाली पेट पी लें इस 1 मसाले का पानी, इन 5 समस्याओं का जड़ से हो जाएगा सफाया,फायदे जान चौंक उठेंगे आप
थायराइड प्रबंधन के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव-
1. सेलेनियम और ज़िंक युक्त खाद्य पदार्थ (जैसे ब्राज़ील नट्स, अंडे, सूरजमुखी के बीज) थायराइड के कार्य को बेहतर बनाते हैं।
2. प्रोबायोटिक्स (जैसे कम वसा वाला दही) हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं, जिससे हार्मोन का उचित अवशोषण होता है।
3. आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे आयोडीन युक्त नमक, अंडे, चिकन, मछली आदि का सेवन हार्मोन उत्पादन में मदद करता है।
4. विटामिन डी और बी12 के बेहतर स्तर को बनाए रखने से भी थायराइड नियंत्रण में मदद मिलती है।
5. तनाव कम करना बहुत ज़रूरी है क्योंकि यह हार्मोनल असंतुलन को बढ़ावा देता है।
क्या आप भी खाते है दही के साथ केला ? जानें इस कॉम्बिनेशन से क्या होगा आपके शरीर पर असर, सुन उड़ जाएंगे आपके होश!
Disclaimer: इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।