काढ़ा एक ऐसा पारंपरिक पेय है, जिसे हमारे दादी-नानी बरसों से इस्तेमाल करती आ रही हैं. यह गले की सूजन कम करता है, खांसी और जुकाम से राहत देता है, और शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है.आज हम जानेंगे कि यह काढ़ा कैसे बनाएं, किन चीजों की जरूरत होगी और इसे पीने के क्या फायदे हैं. यह पूरी तरह से नेचुरल है और रोजमर्रा की रसोई में मौजूद चीज़ों से आसानी से बन सकता है.
काढ़ा तैयार करने के लिए आपको जिन चीज़ों की ज़रूरत होगी, वे बहुत ही आम हैं:
1 कप पानी
1 इंच अदरक का टुकड़ा (कूटा हुआ)
4-5 तुलसी की पत्तियां
½ चम्मच काली मिर्च
1 चम्मच शहद
½ चम्मच हल्दी
2-3 लौंग
1 टुकड़ा दालचीनी
काढ़ा बनाने की विधि
काढ़े के फायदे
गले की खराश से राहत
अदरक और तुलसी में मौजूद प्राकृतिक तत्व गले की सूजन कम करते हैं. अगर आपका गला बार-बार बैठ जाता है या बोलने में दर्द होता है, तो यह काढ़ा बहुत आराम देता है.
खांसी और जुकाम में असरदार
काली मिर्च और लौंग शरीर की नाक और गले में जमा बलगम को ढीला करती हैं. इससे सांस लेने में आसानी होती है और खांसी जल्दी ठीक होती है.
रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए