आजकल हर घर में खाना पकाने के लिए अलग-अलग तरह के तेल इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन जब बात दिल की सेहत की आती है, तो सही तेल चुनना बहुत जरूरी हो जाता है. सोयाबीन ऑयल और सनफ्लावर ऑयल दोनों ही भारत में सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले कुकिंग ऑयल हैं. दोनों तेल पौधों से बने होते हैं और इनमें असंतृप्त वसा पाई जाती है जो हृदय के लिए अच्छी मानी जाती है. लेकिन कई बार लोग यह नहीं समझ पाते कि इन दोनों में से कौन सा तेल दिल के लिए ज्यादा बेहतर है. तो चलिए जानते कि सोयाबीन और सनफ्लावर ऑयल में क्या अंतर है, उनके फायदे और नुकसान क्या हैं, और कौन सा तेल दिल की सेहत के लिए सही चुनाव साबित हो सकता है.
सोयाबीन तेल की पोषकता
सोयाबीन ऑयल प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है. यह हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है. इसमें मौजूद अल्फा-लिनोलेनिक एसिड दिल के लिए फायदेमंद माना जाता है. नियमित मात्रा में इसका सेवन हृदय रोग, स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर की समस्याओं को कम कर सकता है. लेकिन अगर इसे जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए, तो यह शरीर में फैट बढ़ा सकता है.