Haryana Psycho killer: हरियाणा के पानीपत में सामने आए एक बेहद चौंकाने वाले मामले ने सभी को हैरान कर दिया है, यहां एक महिला ने दो वर्षों में चार बच्चों की हत्या की और उसका कारण मनोवैज्ञानिक स्तर पर बेहद विचलित करने वाला बताया जा रहा है. पुलिस के अनुसार यह महिला सुंदर दिखने वाली बच्चियों से नफरत करती थी और इसी जलन के कारण वह उन्हें अपना निशाना बनाती थी. लेकिन इस मामले में अब नया मोड़ आते हुए दिख रहा है.
तांत्रिक क्रिया होने का शक
यह मामला तांत्रिक क्रिया से जुड़ा हुआ हो सकता है. क्योंकि जिस दिन वारदात को अंजाम दिया गया तीनों दिन एकादशी थी. मृतक बच्ची जिया के ताऊ सुरेंद्र ने बताया कि पूनम उसकी चचेरी बहन है और यह 18 अगस्त को पानीपत के शिव गांव में आई हुई थी उसे दिन यह रात को हमारे घर पर मेरी बेटी जिया के साथ सो गई सुबह उठकर देखा की बच्ची नहीं मिली जब बच्ची को ढूंढा गया तो वह घर में बने पानी के टैंक में मिली.
पहले से ही था पूनम पर हत्या का शक
दीपक का शक पूनम पर ही था जब दीपक ने कहा कि इसी ने मेरी बेटी को मारा है तो पूनम जानबूझकर रोने लगी और नाटक करने लगी कि मैं सुसाइड कर लूंगी. लोक लाज के चलते दीपक ने इस मामले को शांत कर दिया और पुलिस में मामला नहीं दर्ज कराया.
तीनों बच्चों की हत्या वाले दिन थी एकादशी!
दीपक का कहना है कि उसने बार-बार सभी पहलुओं को दिमाग में खंगाला तो एक बात सामने निकल कर आई कि तीनों वारदात के दिन एकादशी थी और तीनों की हत्या करने का तरीका एक ही था तो कहीं ना कहीं यह तांत्रिक क्रिया से जुड़ा हुआ मामला हो सकता है. बेटे की हत्या के बाद इसलिए कलिंग का सिलसिला डेढ़ साल रुक गया क्योंकि पूनम फिर से गर्भवती हो गई थी.
भाई ने की कातिल बहन को कड़ी सजा देने की मांग
दीपक पूनम का चचेरा भाई है आज उसने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि उसकी बहन को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए कोई उम्र कैद नहीं कोई 10 साल कोई 20 साल की सजा नहीं बल्कि सजाय मौत दी जाए. अगर पूनम को 10 सालिया उम्र कैद की सजा होती है तो यह पैरोल पर बाहर आकर पता नहीं कितने बच्चों की हत्या कर सकती हैं.
ऐसे पुलिस की गिरफ्त में आई हत्यारिन
महिला आखिरकार 6 साल की बच्ची की हत्या के मामले में पकड़ी गई. पुलिस जांच में यह साफ हुआ कि बच्ची की मौत दुर्घटना नहीं थी, बल्कि हत्या थी. बच्ची पानी के टब में डूबी मिली थी, जबकि 6 साल का बच्चा इतनी गहराई वाले टब में खुद से नहीं डूब सकता था. दूसरी बड़ी बात यह थी कि कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि बच्ची को कमरे में ले जाकर उसकी हत्या की गई. इसी सुराग ने पुलिस को महिला तक पहुँचाया.
हत्यारिन ने स्वीकारा अपना जुर्म
एसपी ने बताया कि महिला ने स्वीकार किया कि किसी भी सुंदर बच्ची को देखकर उसका दिमाग खराब हो जाता था. हालांकि वह बहुत अधिक पढ़ी-लिखी नहीं है, लेकिन समझदार और स्मार्ट अवश्य है. पकड़े जाने के बाद अब वह अपने किए पर पछतावा ज़ाहिर कर रही है, लेकिन उसकी स्वीकारोक्ति और दो साल के भीतर की गई चार हत्याएँ उसे एक खतरनाक साइको किलर साबित करती हैं.