Indian Workers in Saudi Arabia: बड़ी संख्या में भारतीय रोजगार के लिए खाड़ी देशों में जाते हैं. और सबसे अच्छी बात यह है कि विदेश में उन्हें जो काम मिलता है, उसके बदले उन्हें अच्छी तनख्वाह मिलती है. उदाहरण के लिए सऊदी अरब को ही लीजिए. Vice.com की एक रिपोर्ट के अनुसार, 1 सऊदी रियाल की कीमत वर्तमान में 23.66 भारतीय रुपये है.
इससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि भारतीय रुपये में बदलने पर सऊदी रियाल की कीमत कितनी बढ़ जाएगी. अगर कोई भारतीय 1,00,000 सऊदी रियाल कमाकर भारत लौटता है, तो उसे लगभग 23,66,493 रुपये मिलेंगे. आइए जानें कि सऊदी अरब भारतीय कामगारों के लिए एक बड़ा आकर्षण क्यों बना हुआ है?
भारतीय कामगारों के लिए सऊदी फेवरेट!
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, सऊदी अरब भारतीयों, बांग्लादेशियों और पाकिस्तानियों, सभी के लिए एक प्रमुख रोज़गार केंद्र है. इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर साल हज़ारों भारतीय सऊदी अरब आते हैं. वे मुख्य रूप से निर्माण, तेल और गैस उद्योग, घरेलू काम और सेवा क्षेत्रों में काम करते हैं. हालाँकि, भारतीयों के सऊदी अरब जाने का एक बड़ा कारण रियाल और रुपये के बीच का अंतर है.
यह देश अपनी शानदार जीवनशैली, चमचमाती इमारतों और ऊंची मीनारों के लिए भी दुनिया भर में जाना जाता है. इसके अलावा, अपने तेल भंडार और ऊर्जा निर्यात के कारण यह देश एक मज़बूत आर्थिक स्थिति का दावा करता है. इसके अलावा, इसका समाज आर्थिक और बुनियादी ढाँचे की दृष्टि से आधुनिक है, जो इसे पर्यटन और रोज़गार दोनों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बनाता है.
भारत-सऊदी अरब के बीच कैसे हैं रिश्ते?
भारत-सऊदी अरब संबंध केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और राजनीतिक भी हैं. मुस्लिम राष्ट्र होने के बावजूद, किंग सलमान के शासन में दोनों देशों के बीच व्यापारिक और राजनयिक संबंध मज़बूत हुए हैं. सांस्कृतिक आदान-प्रदान ने दोनों देशों को और करीब लाया है. इसके अलावा, सऊदी अरब आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है.
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