Nepal Protest: नेपाल एक बड़े राजनीतिक उथल-पुथल से जूझ रहा है। राजधानी काठमांडू में Gen-Z प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरकर सरकार के विरुद्ध लगातार मोर्चा खोले हुए हैं। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए हैं कि पूरे देश में अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है। एक दिन पूर्व में पार्लियामेंट पर हुए हमले के बाद, गुस्साए युवाओं ने पीएम केपी ओली के आवास पर भी तोड़फोड़ की। इसके बाद प्रधानमंत्री ओली को त्यागपत्र देने के लिए मजबूर होना पड़ा है। ऐसी अटकलें हैं कि ओली कभी भी देश छोड़ सकते हैं।
इस दौरान लोगों का ध्यान नेपाल के सामाजिक और धार्मिक ढाँचे की ओर भी गया है। खास तौर पर यह सवाल उठ रहा है कि यहां (नेपाल) में कितने हिंदू और कितने मुसलमान हैं। उनकी सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक स्थिति कैसी है। तो आइए जानते हैं…
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नेपाल में कितने हिंदू और कितने मुसलमान हैं?
2021 की जनगणना के अनुसार, नेपाल की कुल जनसंख्या लगभग 2.97 करोड़ है, जिसमें कुल जनसंख्या का 81.19 प्रतिशत हिंदू आबादी है, यानी लगभग 2 करोड़ 36 लाख लोग हिंदू धर्म का पालन करते हैं। नेपाल कभी दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र था, लेकिन अब यह एक धर्मनिरपेक्ष देश बन गया है। हालाँकि, 2011 की तुलना में हिंदू आबादी में थोड़ी गिरावट आई है।
दूसरी ओर, नेपाल में मुसलमान तीसरी सबसे बड़ी धार्मिक आबादी हैं। 2021 की जनगणना के मुताबिक, 5.09 फीसदी मुसलमान हैं। यानी तकरीबन 14 लाख 83 हज़ार लोग इस्लाम धर्म का पालन करते हैं। 2011 में यह संख्या 4.4 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 5.09 प्रतिशत हो गई है, यानी 0.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नेपाल में अधिकतर सुन्नी मुसलमान रहते हैं और वे मुख्य रूप से तराई क्षेत्र में बसे हैं, जो भारत की सीमा से सटा हुआ एरिया है। यहां 95 प्रतिशत मुस्लिम आबादी गुजर-बसर करती है।
नेपाल में अन्य जनसंख्या और धर्म के बारे में
जनसंख्या के लिहाज से बौद्ध धर्म नेपाल में दूसरा सबसे बड़ा रीलिजन है। यह बुद्ध की जन्मस्थली है, इसलिए यहाँ बौद्ध धर्म का भी काफी प्रभाव है। कुल जनसंख्या के 8.2 % लोग बौद्ध धर्म का अनुसरण करते हैं। इनकी जनसंख्या तकरीबन 23 लाख 94 हज़ार है। वहीं, बीते कुछ सालों में यहां बौद्ध जनसंख्या में 0.79 फीसदी की कमी आई है। इसके अलावा, नेपाल के मूल आदिवासी समुदायों में किरात धर्म का पालन किया जाता है। जनगणना में इनकी भागीदारी 3 फीसदी से भी कम है। इस धर्म में 0.17 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। नेपाल में ईसाइयों की जनसंख्या अभी भी बहुत नगण्य है, हालाँकि बीते एक दशक में इसमें 0.36 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालाँकि नेपाल अभी भी एक हिंदू बहुल देश है, वहीँ पिछले कुछ वर्षों में यह स्पष्ट रूप से देखा गया है कि यहाँ धार्मिक विविधता बढ़ रही है।