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हरे और पीले कद्दू का सिर्फ रंग ही नही फायदे भी है अलग- अलग जानकर रह जाएंगे हैरान ,आखिर किसमें छिपा है बीमारियों से बचाने का राज ?

भारतीय खाने में पीला और हरा कद्दू दोनों ही बहुत इस्तेमाल किए जाते हैं. दोनों ना केवल दिखने में अलग होते हैं बल्कि इनके फायदे भी अलग-अलग होते हैं. आइए जानतें हैं इसके बारे में.

By: Shivashakti Narayan Singh | Published: September 15, 2025 10:41:09 AM IST



Pumpkin Benfites : कद्दू (Pumpkin) भारतीय रसोईं की एक लोकप्रिय सब्जी है. हमारे घरों में अक्सर मिठाइयों, करी, सूप में कद्दू (Pumpkin) इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कद्दू कई रंगों और किस्मों में उगता है? भारत में पीला कद्दू और हरा कद्दू होता है. लेकिन अगर आप भी अकसर सब्जी खरीदते समय गलत कद्दू उठा लेते हैं. तो आइए जानतें हैं उन दो तरह के कद्दुओं के बारे में बारे में कि आखिर देखने में लगभग एक जैसे होते हैं लेकिन वास्तव में बिल्कुल अलग होते हैं.

 रंग में अलग

पीले और हरे कद्दू दोनों ही रसोई में उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इनके रंग में कुछ अंतर दिखाई देता है. पीले कद्दू का छिलका चमकीले पीले या नारंगी रंग का होता है, और इसे अक्सर कुकुर्बिता मैक्सिमा किस्म के रूप में पहचाना जाता है. व हरे कद्दू की बाहरी परत हरे-पीले रंग की होती है और यह कुकुर्बिता पेपो परिवार से संबंधित है. हरे कद्दू में क्लोरोफिल की मात्रा अधिक होती है, जो उन्हें शुरुआती स्थिती में हरा रंग देता है और पकने पर धीरे-धीरे पीला या नारंगी रंग में बदलता है.

स्वास्थ के लिए कौन है फायदेमंद ?

स्वास्थ और पोषण की दृष्टि से पीले और हरे कद्दू दोनों ही फायदेमंद होते हैं, लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं. पीले कद्दू में बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए की मात्रा अधिक होती है, जो आंखों की रोशनी, रोग प्रतिरोधक क्षमता और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. पीजेएसआईआर में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जिसका शीर्षक है “विटामिन ए का पीला और हरा कद्दू स्रोत”, यह उल्लेख किया गया था कि पीले कद्दू में लगभग 35.7 µg/g बीटा-कैरोटीन और 60.2 µg/g विटामिन ए हो सकता है, जबकि हरे कद्दू में कम मात्रा, लगभग 20.3 µg/g बीटा-कैरोटीन और 52.6 µg/g विटामिन ए होता है।. हरे कद्दू में क्लोरोफिल और अन्य एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर से हानिकारक तत्व निकालने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं.

कैसा होता है स्वाद

स्वाद की बात करें तो पीला कद्दू हल्का मीठा होता है और यह मिठाई और हल्के व्यंजनों के लिए उपयोग किया जाता है, जबकि हरा कद्दू नमकीन सब्ज़ी, करी और सूप में अधिक इस्तेमाल होता है.

कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट

कद्दू का इस्तेमाल दाल, सब्जीऔर सूप बनाने में किया जाता है. इसका कारण यह है कि इसमें कैलोरी और वसा कम होती है, जिससे यह हल्का और पचने में आसान भोजन बनता है. हालांकि, कद्दू में अन्य हरी सब्जयों की तुलना में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। यही वजह है कि यदि किसी व्यक्ति को डायबिटीज या वजन नियंत्रित करने की समस्या है, तो कद्दू का सेवन सोच-समझ कर करना चाहिए. हल्के और मीठे स्वाद के कारण कद्दू बच्चों और बुज़ुर्गों दोनों के लिए पसंदीदा सब्जी बन सकता है.

किसमें होता है ज्यादा पोषण

पीले और हरे कद्दू दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं. इनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं. इसके अलावा, इनमें विटामिन ए की भरपूर मात्रा होती है, जो आंखों की रोशनी लिए फायदेमंद है. पीले कद्दू में उच्च बीटा-कैरोटीन होता है, जो विशेष रूप से विटामिन ए की कमी को पूरा करने में मदद करता है. वहीं, हरे कद्दू में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर और अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो पाचन और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में योगदान देते हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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