India population in 2100: जनसंख्या के मामले में भारत इस समय सबसे ऊपर है. चीन दूसरे और अमेरिका तीसरे नंबर पर है. अब इसे लेकर प्यू रिसर्च की एक रिपोर्ट सामने आई है जिसने सबको चौंका दिया है. इस रिपोर्ट में अगले 75 सालों की जनसंख्या के आंकड़े दिए गए हैं.
यानी आज से लेकर साल 2100 तक इन तीनों देशों की जनसंख्या के आंकड़ों की जानकारी दी गई है. इसमें यह भी बताया गया है कि किन देशों की जनसंख्या में बढ़ोतरी होगी और किन देशों की. आइए इन आंकड़ों पर एक नज़र डालते हैं.
75 सालों में क्या बदलाव देखने को मिलेंगे?
आपको बता दें कि प्यू रिसर्च द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में 2023 और 2100 के आंकड़े दिए गए हैं. इसके अलावा, यह भी बताया गया है कि 2000 से 2100 तक विश्व की जनसंख्या में क्या बदलाव देखने को मिलेंगे. इस रिपोर्ट के अनुसार, चीन और भारत की जनसंख्या में गिरावट आ सकती है. वहीं, अमेरिका की जनसंख्या में वृद्धि जारी रहेगी.
2025 से 2100 के बीच जनसंख्या वृद्धि की गति धीमी होने की उम्मीद है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अभी से 2100 के बीच जनसंख्या में केवल 1.9 अरब की वृद्धि होगी, यानी जनसंख्या 8.2 अरब से बढ़कर 10.2 अरब हो जाएगी.
भारत पर क्या पढ़ेगा असर?
प्यू रिसर्च में कहा गया है कि वर्ष 2084 में जनसंख्या 10.3 अरब तक पहुंच जाएगी और सदी के अंत तक घटकर 10.2 अरब रह जाएगी. वहीं, भारत और चीन की जनसंख्या वृद्धि दर में गिरावट आ सकती है. अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2061 तक भारत की जनसंख्या 1.7 अरब तक पहुंच जाएगी, जो अभी 1.5 अरब है. लेकिन इसके बाद वर्ष 2100 तक यह घटकर 1.5 अरब रह जाएगी.
चीन-अमेरिका की जनसंख्या पर एक नजर
चीन की बात करें तो वह जनसंख्या के मामले में अभी दूसरे स्थान पर है और रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2100 तक वहां जनसंख्या तेज़ी से घटेगी, जिससे जनसंख्या 1.4 अरब से घटकर 63.3 करोड़ रह जाएगी. वहीं, अमेरिका में लगातार वृद्धि होगी, जिससे वहाँ की जनसंख्या 2100 तक 42.1 करोड़ पहुँच जाएगी, जो वर्तमान में 37.1 करोड़ है.
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