Vivek Agnihotri The Bengal files controversy: बॉलीवुड के जाने माने डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री, जो अपनी फिल्मों और बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं वो एक बार फिर सुर्खियों में हैं। ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी चर्चित फिल्म के बाद अब वह एक और संवेदनशील विषय पर फिल्म लेकर आए हैं, जी हाँ जिसका नाम है ‘बंगाल फाइल्स’। आपको बताए दें कि इस फिल्म का ट्रेलर 16 अगस्त को रिलीज़ होते ही लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
विवाद यह से शुरू होता है कि इस छोटे से ट्रेलर में एक बच्चे की झलक दिखाई गई है, जिसका नाम तैमूर है। बस यही नाम सामने आते ही सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया और कयासों का दौर शुरू हो गया। कई लोगों ने यह मान लिया कि विवेक अग्निहोत्री ने इस नाम के जरिए सैफ अली खान और करीना कपूर खान के बेटे तैमूर अली खान पर तंज कसा है। मालूम हो कि साल 2016 में जब तैमूर का नाम सामने आया था, तब भी इसको लेकर काफी विवाद खड़ा हो गया था।
सैफ पहले व्यक्ति नहीं हैं जिन्होंने ऐसा किया है।
लेकिन आख़िरकार अब निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान उन्होंने साफ-साफ कहा कि उनका इरादा किसी भी व्यक्ति विशेष या उनके परिवार का अपमान करने का नहीं है। विवेक अग्निहोत्री ने कहा, “तैमूर एक ऐतिहासिक चरित्र है, और बहुत से लोगों ने अपने बच्चों का नाम तैमूर रखा है। सैफ पहले व्यक्ति नहीं हैं जिन्होंने ऐसा किया है।”
विवेक ने आगे बताया कि “जब मैं समरकंद में ताशकंद फाइल्स की शूटिंग कर रहा था, तो मैंने वहां पर तैमूर का मकबरा देखा था। उस मकबरे के बाहर लिखा हुआ था, उसने सबसे अमीर सल्तनत पर विजय हासिल की है। वह उसे वहां का शासन देना चाहते थे, लेकिन उसने उसके लिए मना कर दिया और कहा कि वह तब इसे स्वीकार नहीं करेगा, जब तक वह दिल्ली पर विजय नहीं पा लेता है”।
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निश्चित तौर पर किसी को भी अपने बच्चे का नाम तैमूर नहीं रखना चाहिए
उन्होंने आगे बताते हुए कहा, “तैमूर ने अपने अभियान के दौरान कई निर्दोष लोगों की हत्या की, महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया और लूटपाट मचाई। भले ही वह अपने देश में एक नायक हो, लेकिन हमारे लिए वह ऐसा नहीं है। यही वजह है कि मैं मानता हूं कि किसी भी भारतीय को अपने बच्चे का नाम तैमूर नहीं रखना चाहिए।”
विवेक के इस बयान से साफ हो गया है कि उनकी फिल्म का मकसद किसी व्यक्ति विशेष को नीचा दिखाना नहीं, बल्कि ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित एक कहानी को दर्शाना है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि फिल्म रिलीज़ होने के बाद यह बहस किस ओर जाती है।

