बात आज एक ऐसी टीवी एक्ट्रेस की जिन्हें उनकी एक्टिंग की बदौलत घर-घर में पहचना मिली. हालांकि, सबकुछ हासिल कर लेने के बाद भी चकाचौंध भरी ग्लैमर की दुनिया को उन्होंने अलविदा कहकर एक साध्वी का जीवन चुना. हम बात कर रहे हैं टीवी एक्ट्रेस नुपुर अलंकार (Nupur Alankar) की जो अब पूरी तरह से टीवी की दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं. नुपुर ने अपने करियर में कई चर्चित सीरियल्स में काम किया था जिनमें- घर की लक्ष्मी, अगले जन्म मोहे बिटिया ही कीजो, पहेली एक नई सुबह, प्राण जाए पर शान ना जाए आदि. नुपुर ने कैसे चुनी आध्यात्म की राह और कैसे हुआ उनका इतना बड़ा ट्रांसफॉर्मेशन आइये जानते हैं.

शुरू से ही आध्यात्म की तरफ झुकाव था
नुपुर ने कहा कि उनका झुकाव शुरू से ही आध्यात्म की तरफ था, ऐसा नहीं है कि अचानक सबकुछ हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नुपुर ने 157 टीवी शोज में काम किया लेकिन वे शुरू से ही आध्यात्म की तरफ आकर्षित थीं. नुपुर ने साल 2022 में एक्टिंग के करियर को पूरी तरह से छोड़ दिया था और अपने अध्यात्मिक गुरु शंभू शरण के सानिध्य में संन्यास ले लिया था. नुपुर की मानें तो अब वे अध्यात्मिक शान्ति की तलाश में हैं, एक समय खाना खाती हैं और जमीन पर सोती हैं. नुपुर की मानें तो अब वे खुश हैं और आत्मिक शान्ति का अनुभव करती हैं.

मां की मौत बनी ट्रांसफॉर्मेशन की बड़ी वजह
नुपुर बताती हैं कि आध्यात्म की राह में आगे बढ़ने का निर्णय उन्होंने मां की मौत के बाद लिया था. नुपुर कहती हैं कि जब मां का निधन हुआ तब उन्हें समझ आया कि अब उनके पास अब खोने के लिए कुछ बचा ही नहीं है. उन्हें एक तरह की आजादी का अनुभव भी हुआ. नुपुर बताती हैं कि मुझे लगा जैसे मैं सभी जिम्मेदारियों से आजाद हो चुकी हूं तभी मैंने सोचा कि बस अब मुझे आध्यात्म की राह पर आगे बढ़ना है. नुपुर की मानें तो उनके पति अलंकार श्रीवास्तव ने भी उनके इस निर्णय का पूरा समर्थन किया था.