Superhit Movie: 1995 में रिलीज हुई फिल्म ‘बेवफा सनम’ भले ही बॉक्स ऑफिस पर टॉप 20 में जगह न बना पाई हो, लेकिन उत्तर भारत के शहरों में इसने तहलका मचा दिया था। खासकर यूपी-बिहार के युवा प्रेमियों के लिए यह फिल्म किसी आईने की तरह थी, जिसमें वे अपने दर्द और दिल टूटने की कहानी देख सकते थे। फिल्म की कहानी बेहद दमदार थी और यह म्यूजिकल ड्रामा दर्शकों के दिलों पर गहरा असर छोड़ गया। इस फिल्म के गाने, जैसे ‘अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का’, ‘ओ दिल तोड़के हंसती हो मेरा’, और ‘इश्क में हम तुम्हें क्या बताएं’ आज भी प्रेमियों के दिलों में गूंजते हैं। फिल्म में कृष्ण कुमार और शिल्पा शिरोडकर ने लीड रोल निभाए थे। 2 करोड़ रुपये के बजट में बनी यह फिल्म लगभग 13 करोड़ रुपये का वर्ल्डवाइड कलेक्शन कर गई। इसके साथ ही फिल्म का म्यूजिक भी सुपरहिट साबित हुआ और एक करोड़ से ज्यादा कैसेट बिके। इस फिल्म ने ना सिर्फ रोमांस और दर्द का बेहतरीन मिश्रण पेश किया, बल्कि 90 के दशक के युवाओं के दिलों पर अपनी छाप छोड़ दी।
30 साल बाद भी दिलों पर चलाईं छुरियां: गानों का क्रेज
फिल्म का सबसे चर्चित गाना ‘दिलों पर चलाईं छुरियां’ हाल ही में फिर से लोगों की जुबान पर आ गया है। हालाँकि यह गाना फिल्म में नहीं था, लेकिन अब यह गाने के नए वर्जन के साथ वायरल हो रहा है। टी-सीरीज ने इस गाने का नया वर्जन लॉन्च किया, जिसे अब तक 37 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। यह गाना दर्शकों के दिलों में पुराने जमाने की यादें ताजा करता है और म्यूजिक की ताकत का असर दिखाता है। फिल्म के चार गाने सोनू निगम ने गाए थे और सभी गाने सुपरहिट साबित हुए। फिल्म के प्रोमो में दिखाए गए रोमांचक सीन, जैसे कृष्ण कुमार का जेल से भागना और हीरोइन की शादी के दौरान गोली मारना, दर्शकों के लिए बहुत ही आकर्षक और मसालेदार थे। यही वजह है कि 30 साल बाद भी ‘बेवफा सनम’ (bewafa sanam,superhit film) अपने गानों और कहानी के कारण सोशल मीडिया और रील्स पर ट्रेंड कर रही है।
हकीकत से प्रेरित कहानी
कहा जाता है कि ‘बेवफा सनम (bewafa sanam,superhit film)’ की कहानी पाकिस्तान के सूफी सिंगर अताउल्लाह खान इशाखेल्वी की जिंदगी से प्रेरित थी। इस अफवाह ने फिल्म के प्रति दर्शकों की दीवानगी बढ़ा दी। फिल्म गुलशन कुमार की बतौर डायरेक्टर पहली और आखिरी फिल्म थी। 80 के दशक में टी-सीरीज की स्थापना करने वाले गुलशन कुमार ने इस फिल्म में संगीत और रोमांस का ऐसा जादू दिखाया कि यह फिल्म आज भी याद की जाती है।12 अगस्त 1997 को गुलशन कुमार की हत्या कर दी गई, लेकिन उनकी विरासत ‘बेवफा सनम’ और इसके गानों के रूप में आज भी जिंदा है। फिल्म ने न केवल प्रेम और धोखे की कहानी सुनाई, बल्कि 90 के दशक के युवाओं के दिलों में एक खास जगह बना ली। इस फिल्म के गाने, किरदार और मसालेदार कहानी ने इसे सुपरहिट बना दिया और दर्शकों के दिलों पर 30 साल बाद भी छुरियां चलाई जा रही हैं। Superhit Movie: 1995 में रिलीज हुई फिल्म ‘बेवफा सनम’ भले ही बॉक्स ऑफिस पर टॉप 20 में जगह न बना पाई हो, लेकिन उत्तर भारत के शहरों में इसने तहलका मचा दिया था। खासकर यूपी-बिहार के युवा प्रेमियों के लिए यह फिल्म किसी आईने की तरह थी, जिसमें वे अपने दर्द और दिल टूटने की कहानी देख सकते थे। फिल्म की कहानी बेहद दमदार थी और यह म्यूजिकल ड्रामा दर्शकों के दिलों पर गहरा असर छोड़ गया। इस फिल्म के गाने, जैसे ‘अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का’, ‘ओ दिल तोड़के हंसती हो मेरा’, और ‘इश्क में हम तुम्हें क्या बताएं’ आज भी प्रेमियों के दिलों में गूंजते हैं। फिल्म में कृष्ण कुमार और शिल्पा शिरोडकर ने लीड रोल निभाए थे। 2 करोड़ रुपये के बजट में बनी यह फिल्म लगभग 13 करोड़ रुपये का वर्ल्डवाइड कलेक्शन कर गई। इसके साथ ही फिल्म का म्यूजिक भी सुपरहिट साबित हुआ और एक करोड़ से ज्यादा कैसेट बिके। इस फिल्म ने ना सिर्फ रोमांस और दर्द का बेहतरीन मिश्रण पेश किया, बल्कि 90 के दशक के युवाओं के दिलों पर अपनी छाप छोड़ दी।