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1991 में आई इस फिल्म को देख टूट गया था हर पिता, दहेज के भेंट चढ़ी थी मासूम लड़की..!

Emotional Movie : 1991 में आई इस फिल्म में एक नई नवेली दुल्हन को दहेज की मांग पूरी न होने पर उसके ससुरालवाले जिंदा जला देते हैं. फिल्म में सुनील दत्त और रेखा जैसे सितारे हैं, जिनकी जिंदगी में ये घटना घटती है. मेन रोल, शीबा, जो सुनील दत्त की बेटी होती है, अपने पति से दहेज की मांग पूरी न होने पर जलकर मर जाती है. आइए जानते हैं ये कौन सी फिल्म है-

By: Sanskriti Jaipuria | Published: September 1, 2025 10:16:47 AM IST



Movie on Dowry : इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ही चीज चल रही है वो है निक्की भाटी. ग्रेटर नोएडा की निक्की भाटी की हत्या की तस्वीरें और वीडियो खूब शेयर हो रही हैं. ये घटना दहेज के लिए एक निर्दोष लड़की के जिंदा जलाए जाने की है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि निक्की को 36 लाख रुपये का दहेज नहीं मिलने पर जलाकर मार दिया गया. ये मामला जितना हैरान कर देने वाला है, उतना ही दर्दनाक है. लेकिन ये घटना कोई नई नहीं है, क्योंकि एक ऐसी फिल्म भी आई थी, जो 1991 में इसी तरह के दर्द और स्ट्रगल को सिनेमाघरों में प्रदर्शित कर चुकी थी.

1991 में एक फिल्म आई थी, जिसका नाम था ‘ये आग कब बुझेगी'(yeh aag kab bujhegi ) और इस फिल्म ने सिनेमाघरों में लोगों को झकझोर कर रख दिया था. इस फिल्म में एक नई नवेली दुल्हन को दहेज के लिए जिंदा जलाया गया था, जो आज भी लोगों के दिलों में ताजे जख्म छोड़ जाता है. ये फिल्म दहेज प्रथा की सच्चाई और उसके खतरनाक परिणामों पर बेस्ड थी. इस फिल्म में सुनील दत्त और रेखा जैसे फेमस सितारे थे, जिनकी एक्टिंग ने फिल्म को खास बना दिया. सुनील दत्त (Sunil Dutt) की बेटी का रोल शिबा ने निभाया था, जो बाद में सलमान खान की फिल्म सूर्यवंशी में भी नजर आई थीं.

 फिल्म का दर्दनाक मैसेज  

‘ये आग कब बुझेगी’ में दहेज के लालच में एक ससुराल वाले अपनी बहू को जलाकर मार डालते हैं. फिल्म में शीबा का रोल, जो सुनील दत्त की बेटी होती है, अपने पति से दहेज की मांग पूरी न होने पर जिंदा जल दी जाती है. वो मरने से पहले अपने कातिल की बातें सुनती है, जिसमें उसका पति ये कहता है कि वो पैसों के लिए सुनील दत्त की हत्या करने वाला है. इसी तरह, फिल्म में उसकी हत्या का कारण दहेज की लालच ही होता है, बिल्कुल उसी तरह जैसे आज के दौर में निक्की के मामले में देखा जा रहा है.

 लोगों की आंखों में आंसू  

फिल्म का दृश्य इतना दर्दनाक था कि थिएटर में मौजूद हर लोग की आंखों में आंसू थे. शीबा की दर्दनाक चीखें और उसके पिता के स्ट्रगल ने लोगों के दिलों को छू लिया. सुनील दत्त का रोल पूरी फिल्म में अपनी बेटी के लिए न्याय की लड़ाई लड़ते हुए दिखाई देता है. रेखा का रोल भी इंसाफ के लिए स्ट्रगल करता नजर आता है. ये फिल्म आज भी लोगों के दिलों में जीवित है और इसका असर हर किसी पर गहरे निशान छोड़ गया.

 शीबा की फिल्मी यात्रा

शीबा (Sheeba Akashdeep Sabir) ने इस फिल्म में अपनी अपने शानदार रोल से लोगों को हिला दिया था. इसके अलावा उन्होंने रावन राज, कालिया, मिस 420, मेरी प्रतिज्ञा, ज्वालामुखी, मिस्टर बॉन्ड, तीसरा कौन, प्यार का साया जैसी कई अन्य फिल्मों में भी एक्टिंग की थी. उनकी एक्टिंग को हमेशा याद रखा जाएगा, खासकर ये आग कब बुझेगी में उनकी भूमिका के लिए.

ये फिल्म न केवल उस समय की सामाजिक समस्याओं को उजागर करती है, बल्कि आज भी ये दहेज प्रथा के खिलाफ एक कड़ा संदेश देती है, जो हमारे समाज में किसी न किसी रूप में मौजूद है.

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