Divya Bharti Death Story: बॉलीवुड में कुछ सितारे ऐसे रहे हैं जिन्होंने बहुत कम वक्त में अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों पर राज किया। लेकिन, किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और उनका सफर अचानक थम गया। ऐसी ही एक उभरती हुई अभिनेत्री, जिसे दर्शक दिव्या भारती के नाम से जानते थे, सिर्फ 19 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गईं। दिव्या अपनी खूबसूरती और अभिनय की वजह से सदी की दिग्गज अदाकारा श्रीदेवी की हमशक्ल भी मानी जाती थीं। उनकी अचानक मौत ने सबको हिला कर रख दिया था।
दिव्या की मौत को लेकर कई तरह की चर्चाएं हुईं। लेकिन, ज्योतिषीय दृष्टि से देखें तो उनकी कुंडली में बालारिष्ट योग मौजूद था। ज्योतिष शास्त्र में यह योग बेहद अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि जब यह योग किसी की कुंडली में होता है, तो व्यक्ति का जीवन कम उम्र में ही कठिनाइयों से घिर जाता है और कभी-कभी असामयिक मृत्यु का भी कारण बनता है।
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बालारिष्ट योग कब बनता है?
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, बालारिष्ट योग तब बनता है जब कुंडली में चंद्रमा, सूर्य, मंगल या शनि जैसी ग्रहों की स्थिति कमजोर होती है। इसके अलावा, यदि लग्नेश ग्रह पीड़ित हो जाए या शुभ ग्रह अशुभ ग्रहों से प्रभावित हो जाएं, तो भी यह योग बनता है। माना जाता है कि ऐसे योग वाले जातक को बचपन में या फिर जवानी में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
19 साल में खत्म हुई एक्ट्रेस की जिंदगी
कहते हैं कि दिव्या भारती का जीवन भी इसी अशुभ योग की चपेट में था। महज 19 साल की उम्र में उनका अचानक यूं चले जाना ज्योतिषीय भविष्यवाणी से कहीं न कहीं मेल खाता है।
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कैसे कम करते हैं बालारिष्ट योग का असर?
हालांकि, यह भी सच है कि ज्योतिष में हर अशुभ योग का समाधान भी बताया गया है। पूजा-पाठ, ग्रह शांति और दान-पुण्य के जरिए इसके असर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। दिव्या की असमय मौत ने न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री बल्कि उनके लाखों चाहने वालों को भी गहरे सदमे में डाल दिया था। आज भी उनकी यादें फैंस के दिलों में जिंदा हैं।