Achyut Potdar Army Officer: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अच्युत पोतदार अब हमारे बीच नहीं रहे। 91 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। दर्शकों ने उन्हें 3 इडियट्स के प्रोफेसर या लगे रहो मुन्ना भाई जैसे यादगार किरदारों में खूब पसंद किया। लेकिन, बहुत कम लोग जानते हैं कि कैमरे के सामने आने से पहले वे भारतीय सेना में कैप्टन रह चुके थे।
मध्यप्रदेश के जबलपुर में जन्मे अच्युत पोतदार ने पढ़ाई पूरी करने के बाद रीवा में प्रोफेसर की नौकरी की। लेकिन, किस्मत ने उन्हें एक अलग रास्ते पर भेजा। आपातकालीन भर्ती के दौरान वे भारतीय सेना में शामिल हुए और 1967 तक देश की सेवा करते हुए कैप्टन के पद पर रहे। यही अनुभव उन्हें अनुशासित, संयमी और गंभीर व्यक्तित्व प्रदान करता रहा, जो बाद में उनके अभिनय में भी झलकता था।
कैसे हुई पर्दे पर एंट्री
सेना से रिटायर होने के बाद उन्होंने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में करीब ढाई दशक तक काम किया। लेकिन, भीतर छुपा कलाकार वहीं से थिएटर और सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल होने लगा। धीरे-धीरे उन्होंने रंगमंच से फिल्मों की ओर कदम बढ़ाया और 44 साल की उम्र में बड़े पर्दे पर एंट्री की।
दिलचस्प बात यह है कि उम्र के इस पड़ाव पर जहां लोग रिटायरमेंट की सोचते हैं, वहीं अच्युत पोतदार ने एक नया करियर शुरू किया और सैकड़ों फिल्मों-सीरियलों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया। 3 इडियट्स, दबंग 2, लगे रहो मुन्ना भाई जैसी फिल्मों से लेकर कुमकुम भाग्य और कई टीवी धारावाहिकों तक वे हमेशा दर्शकों के बीच सीधे-सादे लेकिन यादगार किरदार के लिए पहचाने गए।
जब देश के सेवक ने पहनी कलाकार की वर्दी
अच्युत पोतदार की जिंदगी इस बात का सबूत है कि असली नायक सिर्फ फिल्मों में नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी होते हैं। एक ओर उन्होंने देश की रक्षा के लिए वर्दी पहनी, तो दूसरी ओर कला के मंच पर अपनी छाप छोड़ी। वे आज भले ही हमारे बीच न हों, लेकिन उनकी कहानियां और किरदार हमेशा याद किए जाएंगे।