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International Ozone Day: ‘ओजोन परत संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’, कारण और इतिहास

International Ozone Day: आज 'ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस' है. आपको ओजोन क्षरण के कारणों और इस दिवस के इतिहास के बारे में बताएंगे.

By: Swarnim Suprakash | Published: September 16, 2025 5:36:25 AM IST



International Ozone Day: आज के दिन यानी 16 सितम्बर को ‘ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ मनाया जाता है जिसे अनौपचारिक रूप से और केवल ‘अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस’ भी कहते हैं. यह दिवस 19 दिसंबर, 2000 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा डिज़ाइन किया गया और तब से प्रतिवर्ष मनाया जा रहा है. यह दिवस उस तिथि के याद में बनाया गया था, जब 1987 में, राष्ट्रों ने ओजोन परत को नष्ट करने वाले पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए थे.   

मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल और इसका किगाली संशोधन

मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के मुताबिक, सभी पक्ष ओज़ोन-क्षयकारी पदार्थों (ozone-depleting substances) के उपभोग और उत्पादन दोनों को ही कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह संधि क्लोरोफ्लोरोकार्बोन (CFC) , हयड्रोक्लोरोफ्लोरोकार्बन (HCFC) के साथ-साथ हैलोन जैसे प्रमुख पदार्थों को चरणबद्ध तरीके से ख़त्म  करने की दिशा में एक कार्यक्रम की रूपरेखा सामने रखती है. मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के किगाली संशोधन, जिस पर 2016 में सहमति हुई थी, में HCFC को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के प्रावधान शामिल थे, जो शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैसें हैं, लेकिन ओज़ोन का भेदन नहीं करती हैं.

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मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के किगाली संशोधन में हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (HFC) की खपत और उत्पादन को धीरे-धीरे कम करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समझौता किया गया था जो 2016 में हुआ था. यह एक कानूनी रूप से बाध्यकारी समझौता है, इस समझौते को अंतरराष्ट्रीय कानून में अधिकारों और दायित्वों बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

ओजोन कवच है पृथ्वी पर जीवन की रक्षक 

ओजोन परत का एक नाम ओजोन कवच भी है क्योंकि यह परत या कवच पृथ्वी के वायुमंडल की समताप मंडल में पाई जाने वाली एक परत है, जो सूर्य से आने वाली खतरनाक और हानिकारक पराबैंगनी किरणों (UV Rays) से पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करती है. यह परत ओजोन गैस (O₃) से बनी हुई है और सूर्य के पराबैंगनी किरणों (UV Rays) को अवशोषित करती है जिससे ये किरणें पृथ्वी तक नहीं पहुँच पातीं हैं. ये खतरनाक किरणें त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद और अन्य बीमारियों का कारण बन सकती है. यह मनुष्यों के साथ-साथ पौधों, जलीय जानवरों और अन्य जीवों को भी नुकसान पहुँचा सकती है.

क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) और इस जैसे अन्य रासायनिक पदार्थ, जो रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर से निकलते हैं, ओजोन परत के क्षरण के मुख्य कारण बने हुए हैं. अब समय आ गया है कि  इस प्रकार के ओजोन क्षरण करने वाले रासायनिक पदार्थ छोड़ने वाले मशीनों के उपयोग को काम किया जाए. 

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