Delhi: सर्दी के आगमन और तापमान में गिरावट के साथ राजधानी में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है. गुरुवार को कई इलाके में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया है. दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 245 दर्ज किया गया है. जो “खराब” श्रेणी में आता है. गाजियाबाद की वायु गुणवत्ता एनसीआर में सबसे प्रदूषित रही है. जहां AQI 307 दर्ज किया गया है. जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है. गुरुग्राम में 260 नोएडा में 288 और ग्रेटर नोएडा में 272 दर्ज किया गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने अनुमान लगाया है कि सोमवार को वायु गुणवत्ता “बेहद खराब” श्रेणी में पहुंच सकती है. सांस लेने में तकलीफ हो सकती है और लोगों की आंखों में जलन भी हो सकती है. हालांकि यह कहना सही होगा कि इस बार भी लोग दमघोंटू हवा में दिवाली मनाएंगे.
कुछ इलाकों में AQI 250 से ज़्यादा
CPCB के अनुसार दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता “बेहद खराब” श्रेणी में दर्ज की गई है. इसके अलावा कुछ अन्य इलाकों में AQI 250 से ज़्यादा रहा है. दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार आने वाले दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता और बिगड़ने की आशंका है. गुरुवार को दिल्ली के 20 केंद्रों ने AQI खराब श्रेणी में दर्ज किया है. इसके अलावा 13 केंद्रों ने AQI मध्यम श्रेणी में दर्ज किया है.
प्रदूषण इतनी तेज़ी से क्यों बढ़ रहा है?
हर साल जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है. दिल्ली में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता है. इस साल भी ऐसा ही हो रहा है. हालांकि ताज़ा मामले में प्रदूषण का स्तर और तेज़ी से बढ़ रहा है. डिसीजन सपोर्ट सिस्टम ने इसके कुछ कारणों की भी पहचान की है. इसके अनुसार वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन वायु प्रदूषण में एक प्रमुख भूमिका निभाता है. इसके अलावा पिछले कुछ घंटों में दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की 136 घटनाएं सामने आई हैं. जो प्रदूषण में वृद्धि का एक प्रमुख कारण हो सकता ह. इसके अलावा दिल्ली का तापमान भी गिर रहा है. जिससे प्रदूषण के कण बिखर नहीं पा रहे है.