Delhi NCR Jam: दिल्ली एनसीआर में ट्रैफिक की समस्या को दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही थी जिसको कम करने के लिए NHAI ने 17 किलोमीटर लंबा एक नया UER-II कॉरिडोर बना रहा है. यह कॉरिडोर अलीपुर से शुरू होगा और ट्रोनिका सिटी तक जाएगा, जो रिंग रोड पर ट्रैफिक दबाव को घटाएगा और हरियाणा-राजस्थान से देहरादून जाने वाले ट्रैफिक को रफ़्तार देगा और सुगम बनेगा.
पहले चरण की प्रक्रिया
NHAI की योजना के अनुसार इस हाईवे कार्य प्रारम्भ करने से पहले हर छोटे-बड़े बिंदुओं पर विस्तार और बारीकी से अध्ययन किया जाएगा. पहले चरण में ट्रैफिक विश्लेषण, दूसरे रास्तों के विकल्प, क्षेत्र की टेपोग्राफी, लेन कॉन्फ़िगरेशन जैसे चीजे तय होंगी. NHAI इस प्रोजेक्ट में सामाजिक-आर्थिक प्रभावों को भी ध्यान में रखेगा जिससे स्थानीय लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.
दूसरे चरण में किए जाने वाले काम
इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में कॉरिडोर का स्ट्रक्चरल डिज़ाइन, चौराहों का अध्ययन और डिजाइनिंग, ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था, ट्रैफिक चिन्हों का अवलोकन और मिटटी तथा पानी का जांच शामिल है. दूसरे चरण में ही इस प्रोजेक्ट की लागत को तय किया जाएगा. यह प्रोजेक्ट न सिर्फ मजबूत होने वाला है बल्कि यह स्मार्ट और पर्यावरण फ्रेंडली भी होगा.
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आवारा पशुओं की समस्या से भी निजात
NHAI ने इस प्रोजेक्ट में सड़क पर अचानक आ जाने वाले आवारा पशुओं की समस्या पर ध्यान देते हुव कार्य किया है. हाईवे के आस-पास के सुरक्षित स्थानों पर पशुओं के लिए आश्रय बनाए जायेंगे जहाँ उन्हें चारा और पानी भी मिलेगा. इन स्थानों पर केयरटेकर्स के लिए भी प्राथमिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी. NHAI के इस कदम से सड़क हादसों में तो कमी आएगी ही साथ ही साथ पशुओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी.
आस-पास के स्थानीय लोगों का विरोध
उत्तरी दिल्ली के पास कुछ गावों के स्थानीय लोग इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं. मुंडका-बक्करवाला खंड में टोल बनाए जाने को लेकर कुछ ग्रामीण नाराज़ हैं जिसे NHAI को सुलझा कर प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाना चाहिए.