Home > दिल्ली > दिल्ली-एनसीआर में ‘स्वास्थ्य आपातकाल’, जहरीली हवा से जूझ रहे हैं लोग

दिल्ली-एनसीआर में ‘स्वास्थ्य आपातकाल’, जहरीली हवा से जूझ रहे हैं लोग

दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में वायु प्रदूषण (Air Pollution) की बिगड़ती हालत को लेकर लोगों को सांस, आंखों में जलन जैसी गंभीर समस्याएं देखने को मिल रही है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के चिकित्सकों ने 'स्वास्थ्य आपातकाल' (Heatlh Emergency) घोषित कर दिया है.

By: DARSHNA DEEP | Published: November 19, 2025 10:58:25 AM IST



Delhi-NCR Air Pollution: राजधानी दिल्ली में खराब वायु ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है.  दिल्ली-एनसीआर में लगातार बिगड़ते वायु प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में परेशानी के साथ-साथ आंखों में जलन जैसी गंभीर समस्याएं देखने को मिल रही है. 

वायु प्रदूषण की वजह से हाल-बेहाल

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की लगातार बिगड़ती स्थिति ने एक गंभीर स्वास्थ्य संकट को पैदा कर दिया है. खराब वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए  अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी (AIIMS) के चिकित्सकों ने दिल्ली-एनसीआर में ‘स्वास्थ्य आपातकाल’  को पूरी तरह से घोषित कर दिया है. तो वहीं, देश की राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 374 के साथ ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया है. लेकिन, यह फिलहाल, 400 के पार ‘गंभीर’ श्रेणी में भी बना हुआ है.

खराब हवा पर क्या बोले एम्स के विभागाध्यक्ष

दिल्ली-एनसीआर में खराब वायु प्रदूषण पर एम्स में पल्मोनरी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. अनंत मोहन ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदूषण के इस जानलेवा स्तर की वजह से श्वसन संबंधी पुराने मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही उन्होंने आगे कहा कि जो मरीज पहले स्थिर थे, वे अब बढ़ी हुई बीमारी के साथ अस्पताल में लगातार पहुंच रहे हैं, जिसपर उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पहले जो मामूली खांसी तीन-चार दिन में ठीक हो जाती थी, वह अब तीन-चार सप्ताह तक ठीक होने का पूरी तरह से समय ले रही है. 

जहरीली हवा से खुद को कैसे बचा सकते हैं आप?

चिकित्सकों ने प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए हैं, जिसका हर किसी को सख्ती से पालन करना चाहिए. इस जहरीली हवा से खुद को बचाने के लिए लोगों को N-95 मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही 100 से नीचे के AQI को ही स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित माना जा रहा है. तो वहीं, दूसरी तरफ 300 से 400 के बीच का स्तर ‘बेहद खराब’ और 400 से ऊपर ‘गंभीर’  श्रेणी में माना जा रहा है. 

बच्चों, बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिल रही समस्याएं

प्रदूषण की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए चिकित्सकों ने खासतौर से बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को घर के अंदर रहने की सख्त से सख्त सलाह दी है. तो वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की स्थिति को काबू करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत सख्त पाबंदियां लागू भी की हैं. 

Advertisement