Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा करने वाले लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है. एक्सप्रेसवे का दिल्ली वाला हिस्सा अब अक्षरधाम से लोनी बॉर्डर तक लोगों के उपयोग के लिए खोल दिया गया है. इससे यमुना पार के कई भीड़भाड़ वाले इलाकों में तेज और बिना रुकावट सफर संभव हो गया है. अधिकारियों का कहना है कि पूरी परियोजना फरवरी 2026 तक पूरी तरह चालू हो जाएगी.
अक्षरधाम से लोनी बॉर्डर तक अब आसान सफर
ट्रायल रन 1 दिसंबर 2025 से शुरू हो चुका है. इस मार्ग के खुलने के बाद अक्षरधाम से लोनी बॉर्डर तक पहुंचने में अब केवल 20–25 मिनट का समय लग रहा है. पहले ट्रैफिक के कारण इस दूरी में काफी देरी हो जाती थी.
दो-स्तरीय सड़क संरचना
करीब 14.75 किलोमीटर लंबे इस हिस्से में ऊपर 6-लेन की एलिवेटेड सड़क और नीचे मेन सड़क बनाई गई है. दिल्ली की सीमा के भीतर चलने वाले वाहनों से किसी प्रकार का टोल शुल्क नहीं लिया जाएगा.
गीता कॉलोनी फ्लाईओवर से मिली बड़ी राहत
लगभग 6.5 किलोमीटर लंबे गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के खुलने से गांधीनगर, शास्त्री पार्क, सीलमपुर और खजूरी खास जैसे क्षेत्रों में भारी ट्रैफिक का दबाव कम हुआ है. जहां पहले वाहनों की रफ्तार बहुत धीमी रहती थी, अब वही दूरी लगभग 10 मिनट में पूरी की जा सकती है.
सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान
इस एक्सप्रेसवे को उच्च गति वाले कॉरिडोर के रूप में तैयार किया गया है. रास्ते में CCTV कैमरे, साउंड बैरियर, रोड रिफ्लेक्टर्स और एंटी-ग्लेयर स्क्रीन लगाए गए हैं. पैदल यात्रियों के लिए फुटओवर ब्रिज भी बनाए गए हैं. मल्टी-लेवल सड़क और मेट्रो की संरचना इसे आधुनिक रूप देती है.
टोल सिस्टम अभी ट्रायल में
लोनी बॉर्डर के आगे उत्तर प्रदेश क्षेत्र में पहला टोल प्लाजा है, लेकिन फिलहाल टोल वसूली नहीं हो रही है, क्योंकि प्रोजेक्ट अभी परीक्षण चरण में है. आगे निर्माण पूरा होने के बाद टोल व्यवस्था लागू की जाएगी.
दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को जोड़ने वाला मार्ग
210 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे तीन राज्यों को जोड़ता है. प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद अक्षरधाम से देहरादून की यात्रा लगभग ढाई घंटे में पूरी हो सकेगी. इसके साथ ही हरिद्वार, ऋषिकेश और चारधाम मार्ग तक पहुंच भी आसान होगी.