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बंगाल में रहस्यमय मौत, NRC का खौफ, सुसाइड नोट और सियासी उबाल

पश्चिम बंगाल के खरदाह में 57 साल के प्रदीप कर की रहस्यमय मौत (Mysterious Death) से सियासी देखने को मिल रहा है. उनके पास से मिले कथित सुसाइड नोट (Suicide Note) में मौत की वजह NRC और वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR) से उपजा डर बताया जा रहा है. पुलिस ने जांच शुरू की है, लेकिन अभी हैंडराइटिंग (Handwriting) की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं हो पाई है.

By: DARSHNA DEEP | Published: October 31, 2025 1:15:54 PM IST



West Bengal Mysterious Death Case: पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के खरदाह थाना क्षेत्र में एक 57 साल के प्रदीप कर की कथित आत्महत्या ने प्रदेश की राजनीति में एक नया भूचाल ला दिया है. दरअसल,  मंगलवार सुबह उनका शव उनके अगरपाड़ा स्थित अपार्टमेंट में छत के पंखे से लटका हुआ मिला था. आखिर क्या है पूरा मामला जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए. 

 सुसाइड नोट और परिवार का दावा

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जांच के दौरान मृतक के पास से एक डायरी बरामद की, जिसके एक पन्ने पर एनआरसी (NRC) और एसआईआर (SIR- स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को अपनी मौत के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है. परिवार ने पुलिस को दी जानकारी में बताया कि चुनाव आयोग द्वारा वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन की घोषणा के बाद से प्रदीप कर मानसिक रूप से काफी ज्यादा परेशान थे.

नोट में उन्होंने लिखा कि उन्हें NRC और SIR से बेहद ही डर लग रहा था और इसके अलावा उन्हें नागरिकता से कभी न कभी वंचित किया जा सकता है. फिलहाल, सुसाइट नोट की हैंडराइटिंग की जांच की जा रही है. तो वहीं, दूसरी तरफ मृतक की भाभी ने पुलिस में अज्ञात लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की शिकायत दर्ज कराई है. 

 पुलिस की जांच और किस पर हुआ संदह?

पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी है. मामले में पुलिस ने साफ तौर से कहा कि अभी तक सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं हो पाई है. सुसाइड नोट की जांच के लिए उसे फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह प्रदीप ने लिखा था कि या फिर किसी और की हैंडराइटिंग की है. 

मामले में पुलिस क्या कुछ दी प्रतिक्रिया? 

घटना पर पुलिसे ने जानकारी देते हुए कहा कि आत्महत्या की असली वजह फिलहाल साफ नहीं हो पाई है हर एंगल से जांच किया जा रहा है. यह घटना NRC और नागरिकता के मुद्दों को लेकर प्रदेश में डर और सियासी तनाव को अच्छी तरह से दर्शाती है. 

अगर आपको किसी भी तरह के आत्महत्या के ख्याल आ रहे हैं तो नीचे दिए इन नंबरों पर संपर्क करके आप खुद के साथ-साथ अपने दोस्त, परिजन की बेहद मदद कर सकते हैं. 

आत्महत्या से बचने के लिए हेल्पनाइन नंबर:

1. राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन: 1800-599-0019

यह 24 घंटे की हेल्पलाइन है, जहां आप कभी भी कॉल कर सकते हैं और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में बातचीत कर सकते हैं. 

2. सुसाइड प्रिवेंशन हेल्पलाइन: 9152987821

यह नंबर आत्महत्या के विचारों से जूझ रहे लोगों के लिए खास रूप से बनाया गया है, यहां प्रशिक्षित काउंसलर आपकी बात सुनेंगे और साथ ही आपकी मदद भी करेंगे.

3. मनोदर्पण हेल्पलाइन (स्कूल और कॉलेज के लिए): 8448443532

यह हेल्पलाइन छात्रों के लिए है, जहां वे तनाव, अवसाद, और आत्महत्या के विचारों के बारे में बात करके आपकी सहायता करेंगे. 

4. आयुष्मान हेल्पलाइन: 14546

यह भी एक महत्वपूर्ण हेल्पलाइन है, जहां मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के लिए आपको बेहद ही आसानी से सहायता मिलेगी.

5. चाइल्डलाइन इंडिया: 1098

यह नंबर बच्चों और किशोरों के लिए है, जहां वे अपनी समस्याओं के लिए मदद प्राप्त कर सकते हैं.

इन नंबरों को हमेशा अपने पास रखें और जरूरत पड़ने पर तुरंत संपर्क करें. आत्महत्या के विचारों से जूझ रहे हैं, तो कृपया किसी विश्वसनीय व्यक्ति या इन हेल्पलाइनों से संपर्क करने में अपनी मदद ज़रूर लें. 

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