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महिला डॉक्टर की आत्महत्या, सुसाइड नोट ने खोले काले राज़, किस सांसद का आया नाम

सातारा के फलटण में 26 साल की महिला डॉक्टर (Lady Doctor) की आत्महत्या (Suicide Case) ने यौन शोषण (Sexual Harrassment) , मानसिक उत्पीड़न (Mental Harassment) और भ्रष्टाचार (Corruption) के आरोप लगाए हैं. जहां, सुसाइड नोट (Suicide Note) में उप-निरीक्षक (Sub Inspector) गोपाल बादने और मकान मालिक पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है. पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई (Legal Action) शुरू कर दी है.

By: DARSHNA DEEP | Last Updated: October 25, 2025 6:47:16 PM IST



Female Doctor Suicide Case: महाराष्ट्र के सातारा जिले के फलटण उपजिला अस्पताल में कार्यरत 26 साल की महिला डॉक्टर की आत्महत्या ने यौन शोषण, मानसिक उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के सनसनीखेज आरोपों के साथ पूरे प्रदेशभर में तूफान ला दिया है. पुलिस ने इस मामले में सख्त संज्ञान लेते हुए उप-निरीक्षक गोपाल बादने और मकान मालिक प्रशांत बानकर को गिरफ्तार कर आगे की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. 

मामले के मुख्य आरोप और विवरण

फलटण उपजिला अस्पताल में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर ने आत्महत्या की, जिसकी मुख्य वजह यौन शोषण, मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न, और अवैध गतिविधियों के लिए दबाव बनाए गए थे. मृतक महिला डॉक्टर ने अपनी मौत से पहले चार पन्नों का सुसाइड नोट भी छोड़ा है और आत्महत्या से पहले अपनी हथेली पर भी लिखा था “मेरा दुष्कर्म गोपाल बदाने ने किया है. ”

आरपियों पर किस तरह के लगे आरोप

डॉक्टर ने आरोप लगाया कि उप-निरीक्षक गोपाल बादने ने उनके साथ चार बार दुष्कर्म किया और पांच महीनों तक मानसिक के साथ-साथ शारीरिक रूप से प्रताड़ित भी किया. इस घटना के बाद से गोपाल बादने को निलंबित कर दिया गया है.  इसके अलावा मकान मालिक प्रशांत बानकर जो की मुख्य रूप से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, मृतक डॉक्टर के सुसाइड नोट और हथेली पर लिखे नोट में उल्लेख है कि बानकर ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की भी पूरी कोशिश की.

PTI रिपोर्ट के मुताबिक, आत्महत्या से कुछ समय पहले महिला डॉक्टर ने बानकर को फोन किया था और जिसमें उन्होंने चैट संदेशों का आदान-प्रदान भी हुआ था. तो वहीं, दूसरी तरफ पुलिस ने प्रशांत बानकर को गिरफ्तार कर आगे की पूछताछ शुरू कर दी है. 

पुलिस अधिकारी और सांसद पर लगे आरोप 

महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया कि कई पुलिस अधिकारी और एक सांसद उन पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे थे कि वे उन आरोपियों के लिए फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करें जिन्हें मेडिकल जांच के लिए कभी लाया ही नहीं गया. जब उन्होंने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया तो उन्हें धमकाया और परेशान भी किया गया. 

पुलिस और न्यायिक कार्रवाई में विफलता के आरोप

डॉक्टर की चचेरी बहन ने NDTV को यह भी बताया कि डॉक्टर ने उत्पीड़न की शिकायत करते हुए पुलिस अधीक्षक (SP) और उप पुलिस अधीक्षक (DSP) को कई बार लिखित में शिकायतें भी दी थी, लेकिन उन शिकायतों का पुलिस अधीक्षक पुलिस अधीक्षक पर किसी तरह का कोई असर नहीं हुआ. बहन ने जानकारी देते हुए कहा कि “उसने साफ लिखा था कि अगर उसके साथ कुछ हुआ, तो जिन लोगों के नाम उसने बताए हैं, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए.

दर्ज मामला और राजनीतिक प्रतिक्रिया हुई शुरू

महिला डॉक्टर की मौत के बाद गोपाल बादने और प्रशांत बानकर दोनों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज  कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. कोल्हापुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुनील फुलारी ने मामला दर्ज होने और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर जांच जारी रहने की भी बात कही है. तो वहीं, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने बीजेपी सरकार पर पुलिस को बचाने और शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया है. जिसपर बीजेपी नेता चित्रा वाघ ने घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताते हुए निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया और साथ ही महिलाओं से 112 हेल्पलाइन पर शिकायत करने की भी खास अपील की है.

अगर आप भी आत्महत्या करने के बारे में सोच रहे हैं तो बचने के लिए नीचे दिए गए हेल्पनाइन नंबर का ज़रूर इस्तेमाल करें और अपने दोस्तों, परिजन या फिर प्रियजनों को आत्महत्या करने से रोकने पर मदद करें. 

 1. राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन: 1800-599-0019

यह 24 घंटे की हेल्पलाइन है, जहां आप कभी भी कॉल कर सकते हैं और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में बातचीत कर सकते हैं. 

2. सुसाइड प्रिवेंशन हेल्पलाइन: 9152987821

यह नंबर आत्महत्या के विचारों से जूझ रहे लोगों के लिए खास रूप से बनाया गया है, यहां प्रशिक्षित काउंसलर आपकी बात सुनेंगे और साथ ही आपकी मदद भी करेंगे.

3. मनोदर्पण हेल्पलाइन (स्कूल और कॉलेज के लिए): 8448443532

यह हेल्पलाइन छात्रों के लिए है, जहां वे तनाव, अवसाद, और आत्महत्या के विचारों के बारे में बात करके आपकी सहायता करेंगे. 

4. आयुष्मान हेल्पलाइन: 14546

यह भी एक महत्वपूर्ण हेल्पलाइन है, जहां मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के लिए आपको बेहद ही आसानी से सहायता मिलेगी.

5. चाइल्डलाइन इंडिया: 1098

यह नंबर बच्चों और किशोरों के लिए है, जहां वे अपनी समस्याओं के लिए मदद प्राप्त कर सकते हैं.

इन नंबरों को हमेशा अपने पास रखें और जरूरत पड़ने पर तुरंत संपर्क करें. आत्महत्या के विचारों से जूझ रहे हैं, तो कृपया किसी विश्वसनीय व्यक्ति या इन हेल्पलाइनों से संपर्क करने में अपनी मदद ज़रूर लें. 

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