Home > क्राइम > ‘मौत का बोझ’ बना स्कूल बैग! 10 मिनट देर से पहुंचने पर मिली अमानवीय सज़ा, जिसे पढ़कर कांप जाएगी आपकी रूह

‘मौत का बोझ’ बना स्कूल बैग! 10 मिनट देर से पहुंचने पर मिली अमानवीय सज़ा, जिसे पढ़कर कांप जाएगी आपकी रूह

महाराष्ट्र के पालघर (Palghar Incident) के एक प्राइवेट स्कूल (Private School) से बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां, 10 मिनट देर से स्कूल पहुंचने पर छात्रा को भयानक सजा (Deadliest Punishment) दी गई जिससे छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई.

By: DARSHNA DEEP | Last Updated: November 17, 2025 6:02:53 PM IST



Maharasthra Crime News: क्या कभी आपने यह सुना है, केवल 10 मिनट लेट आने पर एक स्कूल के छात्र को अमानवीय सज़ा दी गई जिससे उसकी मौत हो गई. क्यों हो गए न आप भी हैरान. आखिर क्या है चौंकाने वाला यह पूरा मामला जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए. 

10 मिनट देरी पर मिली भयानक सज़ा

यह हैरान करने वाली घटना महाराष्ट्र के पालघर जिले के  प्राइवेट स्कूल की है. जहां स्कूल दस मिनट देर से पहुंचने पर कक्षा 6 की छात्रा अंशिका गौड़ की 15 नवंबर को इलाज के दौरान मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, वसई के सातीवली स्थित श्री हनुमत स्कूल में 8 नवंबर को अंशिका समेत चार अन्य बच्चे भी स्कूल पहुंचने में 10 मिनट देर हो गए थे.  महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के सदस्यों के मुताबिक, सज़ा के तौर पर इन बच्चों से 100-100 उठक-बैठक कराया गया था.

सज़ा के बाद छात्रा की बिगड़ी थी हालत

इस घटने के बाद मृतक छात्रा की मां ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी को यह सज़ा स्कूल बैग पीठ पर रखकर पूरी करनी पड़ी थी. जिसके बाद अंशिका की तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई थी. मां ने आगे बताया कि उसके गर्दन और पीठ में तेज दर्द होने लगा था और दर्द की वजह से उसे उठने में परेशानी हो रही थी. दज्ञज की वजह से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. एक सप्ताह तक अस्पताल में इलाज कराने के बाद 15 नवंबर को अंशिका ने दम तोड़ दिया. 

साथ ही अंशिका की मां ने मीडिया से बातचीत करते हुए यह भी बताया कि उन्होंने शिक्षिका से बेटी की हालत के बारे में जानकारी हासिल की, तो शिक्षिका ने सज़ा को ‘कड़े अनुशासन’ के लिए ज़रूरी बताया था. मां ने शिक्षिका पर अमानवीय सज़ा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी की मौत की वजह सजा देने की वजह से हुई है. 

घटना पर स्कूल प्रशासन ने क्या दी प्रतिक्रिया?

इस घटनाक्रम के बाद स्कूल के एक शिक्षक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि  यह पक्का पता नहीं है कि बच्ची ने वास्तव में कितनी उठक-बैठक की थी और मौत की वजह उठक-बैठक से ही हुई है.साथ ही उन्होंने आगे कहा कि छात्रा को पहले से कुछ स्वास्थ्य समस्याएं थीं, इसके बावजूद उसे ऐसी सज़ा दी गई थी 

छात्रा की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा

अपनी बेटी को खोने के बाद छात्रा के परिजनों ने जमकर हंगामा किया है. फिलहाल, खंड शिक्षा अधिकारी पांडुरंग गालंगे ने मामले में संज्ञान लेते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि जांच से ही मौत की असली वजह का पता चल सकेगा. 

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