Indian Dons In Foreign: दाऊद गैंग (Dawood) और छोटा राजन (Chota Rajan) जैसे कई गैंग अब खत्म हो चुके हैं. मुंबई से भी अंडरवर्ल्ड का राज लगभग समाप्त हो गया है. लेकिन अब पंजाब और हरियाणा के गैंग ने खौंफ पैदा करना शुरु कर दिया है. ये देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी अपना गैंग चला रहे हैँ. इस लिस्ट में लॉरेंस (lawrence bishnoi), टिल्लू, हाशिम बाबा जैसे कई गैंग शामिल हैं. जो अमेरिका से लेकर कनाडा तक अपनी जगह बना चुके हैं. इन लोगों ने भारत से भागकर विदेशों में अपना अच्छा खासा नेटवर्क बना लिया है. ये लोग वहीं से अपनी गैंग में भर्तियां कर रहे हैं और इसे पूरी तरह से ऑपरेट कर रहे हैं. ये लोग नेताओं और सेलेब्स को अपना टारगेट बनाते हैं. फायरिंग और सोशल मीडिया पर अपना खौंफ जाहिर करते हैं.
भारत सरकार के सख्त कदम
इन्हीं के लिए भारत सरकार एक सख्त कदम उठा रही है. जिनमें इन भगोड़े को विदेश से पकड़कर भारत लाया जा रहा है. उन्हें एक-एक कर जेल में डाला जा रहा है.
दो मोस्ट वांटेड गैंगस्टर वेंकटेश गर्ग और भानु राणा को जॉर्जिया और अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों को जल्द भारत लाया जाएगा. जिसकी प्रक्रिया भी शुरु की जा चुकी है.
विदेश भाग गए ये गैंगस्टर
- भानु राणा (लॉरेंस बिश्नोई गैंग)
- हैरी बॉक्सर (अमेरिका-लॉरेस गैंग)
- वेंकट गर्ग (जॉर्जिया-नन्दू गैंग)
- हिमांशु भाऊ (पुर्तगाल-बमबीहा गैंग को सपोर्ट)
- साहिल कादयान (पुर्तगाल-हिमाशु भाऊ गैंग)
- बाबी कादयान (USA- बमबीहा गैंग)
- वीरेन्द्र चारण (पुर्तगाल-रोहित गोदारा गैंग)
- अनमोल बिश्नोई (अमेरिका-लॉरेस का भाई)
- गोल्डी बराड़ (रोहित गोदारा-कनाडा और USA)
- गोल्डी ढिल्लो (कनाडा-लॉरेस गैंग)
- नीरज फरीदपुरियां (पुर्तगाल-बमबीहा गैंग)
- रोहित गोदारा (कनाडा और अमेरिका-गोल्डी बराड़)
- कपिल सागवान उर्फ नन्दू (इंग्लैंड)
- राशिद केबलवाला (टर्की-लॉरेस हाशिम बाबा गैंग)
- सचिन गोलू (हाशिम बाबा गैंग-थाईलैंड)
- साहिल हरसोली (UEA-नन्दू गैंग)
- दिनेश गांधी और सौरभ गाडोली- (पुर्तगाल-बम्बिहा गैंग)
- संजीव दहिया (UAE- गोगी गैंग)
- दीपक पकासमा (UK-टिल्लू गैंग)
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बता दें कि, अधिकतर बदमाश भारत में अपराद कर भाग गए है. वह विदेश में उन देशों के कानून का पालन करते हैं. कई बार सख्त प्रत्यर्पण नीति के कारण उन्हें वापस भारत लाना काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है. इन देशों में कैदियों को भी कई सुविधाएं दी जाती हैं. इसी कारण उन्हें भारत के जेल से बेहतर विदेशी जेलों में रहना पसंद आता है.