Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल जारी होने के कुछ ही मिनटों बाद कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. बिहार कांग्रेस पार्टी के कदावर नेता शकील अहमद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके लिए उन्होंने लंबा चौड़ा एक पत्र लिखा है. इस इस्तीफे के बाद बिहार कांग्रेस में हड़कंप मच गया है. जानकारी के अनुसार, उन्होंने अपने इस्तीफे के कारणों को विस्तार से बताते हुए एक लंबा पत्र लिखा है.
शकील अहमद ने अपने पत्र में क्या लिखा?
शकील अहमद ने पत्र में लिखा कि 16 अप्रैल, 2023 का मेरा पत्र याद रखें. मैंने कांग्रेस पार्टी को पहले ही सूचित कर दिया था कि मैं भविष्य में कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा. हाल ही में मैंने उन्हें यह भी बताया कि मेरे तीन बेटे कनाडा में बस गए हैं और उनमें से कोई भी राजनीति में नहीं आना चाहता. इसलिए उनके चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है. हालांकि मैं जीवन भर कांग्रेस पार्टी में रहूंगा.
VIDEO | Former Union Minister Shakeel Ahmad (@Ahmad_Shakeel) resigns from Congress.
He says, “I had decided to resign from party 15-20 days before. I announced it after completion of voting in Bihar. I had announced 2-3 years back that I will not fight the election anymore, then… pic.twitter.com/CCfIMH6rve
— Press Trust of India (@PTI_News) November 11, 2025
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कांग्रेस अध्यक्ष से की ये अपील
कांग्रेस अध्यक्ष से अपील करते हुए शकील अहमद ने कहा कि अध्यक्ष महोदय अब यह संभव नहीं लगता. शकील अहमद ने आगे अपने पत्र में लिखा कि भारी मन से मैं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं. लेकिन किसी को भी मेरे पार्टी छोड़ने का यह मतलब नहीं निकालना चाहिए कि मैं किसी और पार्टी में शामिल होने जा रहा हूं. अपने पिता और दादा की तरह मुझे भी कांग्रेस पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों में पूरा विश्वास है. मैं जीवन भर कांग्रेस पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों का शुभचिंतक और समर्थक रहूंगा. मेरा आखिरी वोट भी कांग्रेस पार्टी को ही होगा.
आज ही क्यों दिया इस्तीफा?
शकील अहमद ने आगे अपने पत्र में लिखा कि मैंने कांग्रेस पार्टी छोड़ने का निर्णय पहले ही कर लिया था. लेकिन मैं मतदान समाप्त होने के बाद इसकी घोषणा कर रहा हूं. क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि मेरी वजह से बिहार में पार्टी को 5 वोटों का भी नुकसान हो. अस्वस्थता के कारण मैं प्रचार करने में असमर्थ था. हालांकि, मुझे विश्वास है कि इस चुनाव में कांग्रेस की सीटें बढ़ेंगी और एक मजबूत महागठबंधन सरकार बनेगी. मेरे इस पत्र को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से मेरा इस्तीफा समझा जाए.
यहां एक चीज बता देना बहूत जरूरी है कि शकील अहमद वही नेता हैं जिन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में मधुबनी से निर्दलीय चुनाव लड़ने पर निलंबित कर दिया गया था. तब से ही शकील अहमद पार्टी से नाराज बताए जा रहे थे.
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