SeatSamikaran: संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश, 2008 के अनुसार वजीरगंज निर्वाचन क्षेत्र संख्या 234 पहली बार अस्तित्व में आया. साल 2010 में इस विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में पहली बार चुनाव हुए.
2010 में अस्तित्व में आया यह विधानसभा क्षेत्र
वजीरगंज निर्वाचन क्षेत्र संख्या 234 से पहली जीत भारतीय जनता पार्टी को मिली. भाजपा के प्रत्याशी बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस के उम्मीदवार अवधेश कुमार सिंह को लगभग 17 हज़ार वोटों से हरा दिया था. भाजपा बीरेंद्र सिंह को 38,893 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह को 21,127 वोट मिले. इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार कमलेश कुमार वर्मा को 13,693 वोट मिले थे.
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2015 के बिहार विधानसभा चुनाव
साल 2015 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह ने 79,563 वोट प्राप्त करते हुए इस विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की. भाजपा के प्रत्याशी बीरेंद्र सिंह को इसी चुनाव में 66,994 वोट मिले थे. 2015 के कविधानसभा चुनाव में जीत और हार का अंतर लगभग 13 हजार वोट था. इस चुनाव में नोटा यानी ‘इनमे से कोई भी नहीं’ वाले विकल्प को 5,861 लोगों ने चुना था.
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव
2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से अवधेश कुमार के बेटे शशि शेखर सिंह चुनावी मैदान में उतरे जिन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के बीरेंद्र सिंह ने अपनी वापसी करते हुए लगभग 22 हज़ार वोटों के अंतर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार और अवधेश कुमार सिंह के बेटे शशि शेखर सिंह को हरा कर जीत दर्ज की. भाजपा के बीरेंद्र सिंह को 70,325 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार शशि शेखर सिंह को 47,903 वोट मिले. इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार शीतल प्रसाद यादव को 14,088 वोट मिले थे.
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में यह देखना दिलचस्प होगा कि वजीरगंज निर्वाचन क्षेत्र संख्या 234 किस गठबंधन से किसके खाते में जाती जाती है या तीसरे मोर्चे की भी कोई संभावना है क्या?

