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हथियारों से नहीं, वोटों से होगा फैसला! 25 साल बाद आमना-सामना, Anant Singh और Surajbhan Singh की होगी बड़ी चुनावी टक्कर

Anant Singh vs Surajbhan Singh Family: बिहार विधानसभा चुनाव में मोकामा सीट पर 25 साल बाद एक बार फिर महा-मुकाबले का माहौल बनता दिख रहा है. एक ओर बाहुबली छवि वाले अनंत सिंह हैं तो दूसरी ओर सूरजभान सिंह का राजनीतिक परिवार. यह क्षेत्र की सियासी दिशा भी तय कर सकता है. Anant Singh vs Surajbhan Singh Family: बिहार विधानसभा चुनाव में मोकामा सीट पर 25 साल बाद एक बार फिर महा-मुकाबले का माहौल बनता दिख रहा है. एक ओर बाहुबली छवि वाले अनंत सिंह हैं तो दूसरी ओर सूरजभान सिंह का राजनीतिक परिवार. यह क्षेत्र की सियासी दिशा भी तय कर सकता है.

By: Mohammad Nematullah | Last Updated: October 13, 2025 7:22:15 PM IST



Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में मोकामा संसदीय क्षेत्र का सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. करीब 25 साल बाद दो कद्दावर राजनीतिक परिवार के बीच सीधा और ऐतिहासिक मुकाबला होने की उम्मीद है. एक तरफ कद्दावर नेता अनंत सिंह हैं, तो दूसरी तरफ राजनीतिक रसूख और मजबूत संगठनात्मक पकड़ वाला सूरजभान सिंह परिवार. दोनों ही पक्ष अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगा रहे हैं और मोकामा की जनता एक कड़ा चुनावी मुकाबला देखने के लिए तैयार है. दरअसल मोकामा विधानसभा क्षेत्र में अनंत सिंह और सूरजभान सिंह परिवार के बीच टकराव कोई नई बात नहीं है. 25 साल पहले इसी सीट से सूरजभान सिंह, अनंत सिंह के बड़े भाई दिलीप सिंह को हराकर विधायक बने थे. उस चुनाव ने मोकामा की राजनीति की दिशा बदल दी थी. अब एक बार फिर ऐसा ही नजारा बनता दिख रहा है.

दिलचस्प मुकाबले की है उम्मीद 

इस बार अनंत सिंह ने खुद जनता दल (यूनाइटेड) से अपनी उम्मीदवार की घोषणा की है, जबकि सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी राष्ट्रीय जनता दल से चुनाव लड़ सकती हैं. दोनों परिवार के बीच लंबे समय से चले आ रहे राजनीतिक और सामाजिक संबंध इस चुनाव को महत्वपूर्ण बनाते हैं. गौरतलब है कि मोकामा के ग्रामीण इलाके में अनंत सिंह की पकड़ मजबूत मानी जाती है, वहीं सूरजभान सिंह का परिवार अपनी सांगठनिक ताकत और राजनीतिक अनुभव के दम पर उन्हें चुनौती दे रहा है. एक ही समुदाय से आने वाले दोनों राजनीतिक परिवार के बीच का यह राजनीतिक संघर्ष एक दिलचस्प चुनावी जंग की ओर इशारा करता है.

सूरजभान सिंह और अनंत सिंह के बीच रही है पुरानी अदावत

मोकामा विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास दिलचस्प रहा है. अनंत सिंह मोकामा क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते हैं. ग्रामीण इलाके में उनकी अच्छी पकड़ है और स्थानीय मतदाताओं पर आज भी उनका प्रभाव माना जाता है. कई बार विधायक रह चुके अनंत सिंह लंबे समय से मोकामा की राजनीति से जुड़े रहे हैं. जेल में बंद होने के बावजूद वे राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं. अगर जदयू एक बार फिर उन पर भरोसा जताती है, तो यह मुकाबला और भी रोमांचक हो जाएगा.

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