Khesari Lal Yadav Interview : भोजपूरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव का सितारा बुलंदियों पर है. वे भोजपूरी सिनेमा से राजनीति की दुनिया में कदम रख चुका है. उन्होंने छपरा विधानसभा सीट से राजद उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया है. बिहार के चुनावी दंगल में उतरने के बाग इंडिया न्यूज के संवाददाता धंनजय कुमार ने खेसारी लाल यादव से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अपने अभी तक के सफर और राजनीति में कदम रखने को लेकर खुलकर बात की.
राजनीति में कदम रखने पर क्या बोले खेसारी लाल?
भोजपूरी सुपरस्टार से जब पूछा गया कि फिल्मी पर्दे से लेकर राजनीति में आने तक उनको किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा – इसका जवाब देते हुए खेसारी लाल यादव ने कहा कि, जिस जिंदगी में कठिनाई नहीं, वो जिंदगी ही नहीं है. 20 बीमारी हो जाए तो इंसान ऐसे ही डॉक्टर बन जाता है – दवा तक का नाम याद हो जाता है. जो बीमारी होती है वो जिंदगी जीने का तरीका होती है.
उन्होंने आगे कहा कि जहां पर कांटे होते है ना, वहीं पर बेहतर रास्ते बनते हैं. कांटे वाले रास्ते हमेशा इंसान को खुशनसीब बनाते हैं. बहुत कम लोगों को ऐसा अवसर मिलता है – कि वो लड़कर अपने हक को बड़ा करें . ये पैसे दौलत मुझे इसलिए अच्छा लगता है क्योंकि मैं गरीब था. अगर में अमीर होता तो उस पैसे- गाड़ी का भी कोई मोल नहीं होता.
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अपने नौकर का दर्द समझता हूं – खेसारी लाल
फिल्मी पर्दे से पहले नौकर का काम करने के सवाल पर भोजपूरी सुपरस्टार खेसारी ने कहा कि, इसी वजह से मैं अपने नौकर का दर्द समझ पाता हूं. क्योंकि मैं भी किसी के घर पर नौकर था. मेरे घर पर लड़का 15-16 साल से काम करता है, वो मेरे भाई की तरह है. मेरे घर पर कोई भी मुझे (खेसारी) सर नहीं बोलता – हर आदमी भईया बोलता है. मुझे लगता है कि ये मेरा अपना है. इसलिए मैं इन बच्चों का दर्द समझ पाता हूं – क्योंकि मैंने 3 से 6 महीने तीन – चार स्टारों के यहां झाड़ू पोछा किया है. इस वजह से मुझे इस चीज का आभास है – कि ये जिंदगी बड़ी अजीब होती है.
वहां पर आपको प्यार करने वाले नहीं मिलेंगे – सिर्फ हुक्म चलाने वाले मिलेंगे. इसी लिए मैं किसी गरीब का दर्द समझ पाता हूं. मैं गरीबी में रहा हूं – लिट्टी चोखा बेचा है. इस वजह से मुझे इन लोगों का दर्द पता है. उन्होंने आगे कहा कि, मुझे जमीनी हकीकत और इंसान की हकीकत पता है. इसी वजह से मैं बहुत निर्मल हूं.
राजनीति में आने के बाद लगातार उनपर हो रहे हमलों पर उन्होंने जवाब दिया. खेसारी ने कहा कि, मेरे गाने की वजह से बिहार की स्थिति तो खराब हुई नहीं – वो मनोरंजन (Entertain) की दुनिया है. वो अश्लील होता ही नहीं है. अगर वो अश्लील होता तो लोग उसे नहीं सुनते.
मैंने जाति पर कभी बात नहीं की, मैं पहले इंसान हूं
खेसारी ने कहा कि, मैंने जिंदगी में कभी जाति पर बात नहीं कि – मैं पहले एक इंसान हूं. हर इंसान मेरे लिए अपना है. जब लोगों को आप अपना बना लोगे को आप उसके दर्द को समझ पाओगे. यहां पर लोग किसी को अपनी बना ही नहीं पाते हैं.
‘सम्राट चौधरी कोई छोटा नाम नहीं’
सम्राट चौधरी द्वारा नचनिया बोले जाने के सवाल पर खेसारी लाल ने जवाब दिया कि, वो बड़े भाई हैं – हमारे गार्जियन स्वरूप है. हां लेकिन दुख होता है कि उनके शब्दों में मेरे लिए सम्मान नहीं है. मैं उनकी तरह बनकर उनकी आलोचना नहीं करूंगा. वो दिग्गज हैं उन्होंने दुनिया देखी है. लेकिन मैं कर्मठ हूं – लड़कर बड़ा हुआ हूं. उनके पास शब्द बड़े हो सकते हैं – लेकिन मेरे पास लड़ने की क्षमता है. उन्होंने आगे कहा कि, सम्राट चौधरी कोई छोटा नाम नहीं है’. कभी न कभी उन्होंने मेरे गाने सुने होंगे.
राजनीति इतनी गंदी हो गई है न – कि यहां पर लोग शब्दों से सम्मान नहीं दे पा रहे हैं, आत्मा और दिल से कैसे देंगे. वो मेरे बड़े भाई जैसे – उनके लिए बुरा नहीं बोल सकता.

