Bihar Chunav: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां महागठबंधन में तेज़ हो गई हैं. महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है, जबकि वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी को उप-मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है. इसके बाद, एनडीए ने सवाल उठाए हैं कि गठबंधन में मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व कौन करेगा और कांग्रेस को क्या भूमिका दी जाएगी.
कांग्रेस को मिलेगा एक डिप्टी सीएम का पद
इन सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए, बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने एक अहम बयान देते हुए कहा कि अगर महागठबंधन सरकार बनाती है, तो कांग्रेस से भी एक उप-मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का सिद्धांत हर समुदाय, जाति और धर्म को समान प्रतिनिधित्व देना है. यह ज़िम्मेदारी किसे मिलेगी, इसका फैसला चुनाव के बाद किया जाएगा.
एक या दो नहीं बल्कि 4 डिप्टी सीएम होंगे
अल्लावरु ने यह भी स्पष्ट किया कि ज़रूरत पड़ने पर गठबंधन एक नहीं, बल्कि चार उप-मुख्यमंत्री बना सकता है, जिनमें से एक मुस्लिम समुदाय से होगा. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की प्राथमिकता सामाजिक संतुलन बनाए रखने के लिए सभी प्रमुख वर्गों और समुदायों को समान प्रतिनिधित्व प्रदान करना है.
तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने में हो रही देरी के बारे में उन्होंने कहा कि यह एक सुनियोजित प्रक्रिया का हिस्सा है. अप्रैल में हुई एक बैठक में यह तय किया गया था कि सीटों के बंटवारे और संयुक्त घोषणापत्र को अंतिम रूप दिए जाने तक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की औपचारिक घोषणा नहीं की जाएगी. तेजस्वी के नाम की घोषणा दिवाली से पहले ही होनी तय थी.
मतभेद की बात बढ़ा-चढ़ाकर पेश की गई
सीटों के बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच मतभेद की खबरों के बारे में अल्लावरु ने कहा कि इस तरह के छोटे-मोटे मतभेद गठबंधन की राजनीति का एक सामान्य हिस्सा हैं. मीडिया कभी-कभी इन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, लेकिन महागठबंधन पूरी तरह से “एकजुट और मज़बूत” है. उन्होंने विश्वास जताया कि सभी दल एक साझा लक्ष्य की दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं—एनडीए को सत्ता से हटाना और एक विकासोन्मुखी सरकार बनाना.