Bihar Election 2025: कुछ ही समय में बिहार में मतदान होना है. वहीं बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले, महागठबंधन के बीच कहीं न कहीं अंदरूनी कलह चल रही है. इस बात का सिग्नल एक पोस्टर दे रहा है. दरअसल, पटना के मौर्या होटल में आज होने वाली महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस पोस्टर के वायरल होने के बाद सियासी बवाल मच गया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस स्थल पर लगे पोस्टर में सिर्फ़ राजद नेता तेजस्वी यादव नज़र आ रहे हैं, जबकि राहुल गांधी, मुकेश सहनी, दीपांकर भट्टाचार्य और गठबंधन के अन्य दलों के नेता नदारद हैं. इससे एक बार फिर सवाल उठ रहा है कि क्या तेजस्वी यादव अब बिहार में राहुल गांधी के नेतृत्व को नकार रहे हैं?
क्या महागठबंधन में चल रही कलह
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन की रणनीति और उम्मीदवारों के तालमेल पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी. लेकिन, कार्यक्रम स्थल पर लगे बैनर और होर्डिंग्स पर तेजस्वी यादव की तस्वीर देखते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई. एनडीए ने इसे महागठबंधन की अंदरूनी कलह बताया है, जबकि कांग्रेस खेमा खामोश है, फिर भी बेचैनी साफ़ दिखाई दे रही है.
NDA ने साधा निशाना
इस पोस्टर के वायरल होने के बाद अब मामला गर्माता जा रहा है. जदयू प्रवक्ता मनीष यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस पर तीखा हमला बोला. मनीष यादव ने कहा, “महागठबंधन की एकता सिर्फ़ दिखावे के लिए है. जब संयुक्त कार्यक्रम से भी राहुल गांधी की तस्वीर गायब हो, तो समझ लीजिए कि अंदर कितनी गहरी दरार है.” दिलीप जायसवाल ने आगे कहा, जिस तरह राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव को दिल्ली बुलाया था, लेकिन उनसे मिले नहीं, उसी तरह तेजस्वी यादव ने भी बिहार में राहुल गांधी के नेतृत्व को नकारकर पलटवार किया है. अब यह साफ़ हो गया है कि राजद कांग्रेस को सिर्फ़ वोट बटोरने का ज़रिया समझता है.