Bihar Election 2025: राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल और ए. डी. सिंह ने रविवार (09 नवंबर, 2025) को आरोप लगाया कि 3 नवंबर को हरियाणा से बिहार के लिए 6,000 लोगों को लेकर “चार विशेष ट्रेनें” चलाई गईं. उन्होंने रेल मंत्री से विधानसभा चुनावों के दौरान इन ट्रेनों के संचालन का उद्देश्य और इनके लिए भुगतान किसने किया? इस बारे में सवाल उठाए और रेल मंत्री से तीखे सवाल पूछे. कपिल सिब्बल के दावों पर रेल मंत्रालय का बयान सामने आया है.
रेल मंत्रालय ने क्या जवाब दिया? (What was the response of the Railway Ministry?)
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रेल मंत्रालय ने कहा कि इस त्यौहारी सीजन में रेलवे 12,000 विशेष ट्रेनें चला रहा है, 10,700 विशेष ट्रेनें निर्धारित हैं और लगभग 2000 ट्रेनें अनिर्धारित हैं. हम तीन स्तरों, मंडल, क्षेत्रीय और रेलवे बोर्ड स्तर पर वॉर रूम संचालित कर रहे हैं. मंत्रालय ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि जब भी किसी स्टेशन पर यात्रियों की अचानक भीड़ होती है, हम तुरंत अनिर्धारित विशेष ट्रेनें चला देते हैं.
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कपिल सिब्बल ने की प्रेस वार्ता (Kapil Sibal’s press conference)
निर्दलीय सांसद सिब्बल और राजद के राज्यसभा सांसद सिंह ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दावा किया कि रेलवे अधिकारियों को कुछ ट्रेनों की व्यवस्था करने और हरियाणा भाजपा प्रमुख मोहन लाल बडोली और भाजपा महासचिव अर्चना गुप्ता से संपर्क करने के लिए कहा गया था. सिब्बल ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि आज मैं यहां कुछ बातों पर प्रकाश डालने आया हूं. चुनाव आयोग कुछ नहीं करेगा, क्योंकि इन चुनावों को कराने का उनका तरीका काफी संदिग्ध रहा है. 3 नवंबर को सुबह 10 बजे करनाल से एक ट्रेन चली और पानीपत होते हुए बरौनी पहुंची. इसमें 1,500 लोग सवार थे.
सिब्बल ने और क्या-क्या दावे किए? (What other claims did Sibal make?)
इसके बाद अगली ट्रेन 3 नवंबर को सुबह 11 बजे करनाल से चली और पटना होते हुए भागलपुर पहुंची. इसमें भी 1,500 लोग सवार थे. उसी दिन दोपहर 3 बजे एक तीसरी ट्रेन और शाम 4 बजे एक चौथी ट्रेन गुरुग्राम से चली और पटना होते हुए भागलपुर पहुंची. उन्होंने आगे दावा किया कि इन ट्रेनों में लगभग 6,000 लोग थे. सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ़ हरियाणा में ही वोट देने वाले लोग हैं, या इन लोगों को किसी ख़ास मक़सद से भेजा गया है. अगर वे असली मतदाता हैं, तो वे अपनी ट्रेनें खुद ही लेंगे, और अगर उन्हें योजना के अनुसार भेजा गया है, तो आप भी जानते हैं कि इस तरह की धोखाधड़ी होती रही है.
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