Bindu Singh Gulab: इस बार बिहार चुनाव जनता के मुद्दों से ज्यादा ग्लैमरस रहने वाला है. चुनाव में कई सितारों की पहले ही एंट्री हो चुकी है. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. अब एक महिला उम्मीदवार का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमे महिला उम्मीदवार मोबाइल फ़ोन, गॉगल्स और पार्टी का झंडा लिए अनोखे अंदाज़ में जनता से वोट मांग रही हैं. ये महिला मधुबनी की बाबूबरही विधानसभा सीट से वीआईपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं बिंदु गुलाब यादव है.
बिंदु गुलाब यादव अपने ग्लैमरस अंदाज़ के लिए ख़ास तौर पर चर्चा में हैं. बिहार विधानसभा चुनाव में बाबूबरही विधानसभा सीट युवा उम्मीदवारों के बीच ख़ासी चर्चित है. विकासशील इंसान पार्टी ने बिंदु गुलाब यादव को मैदान में उतारा है.
मधुबनी ज़िला परिषद की अध्यक्ष
झंझारपुर से पूर्व राजद विधायक गुलाब यादव की बेटी बिंदु वर्तमान में मधुबनी ज़िला परिषद की अध्यक्ष हैं और अपने फैशनेबल अंदाज़, सोशल मीडिया पर सक्रियता और तीखे तेवरों के लिए जनता के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं. पुणे से मैनेजमेंट की पढ़ाई के बाद राजनीति में कदम रखने वाली बिंदु ने बेहद कम समय में ज़िला परिषद अध्यक्ष बनकर नाम कमाया है.
कौन हैं बिंदु गुलाब यादव?
बिंदु गुलाब यादव का राजनीति में प्रवेश उनके परिवार की व्यापक राजनीतिक पृष्ठभूमि का नतीजा है. उनके पिता गुलाब यादव झंझारपुर से राजद के पूर्व विधायक थे, जबकि उनकी मां अंबिका गुलाब यादव भी विधान परिषद सदस्य और ज़िला परिषद सदस्य रह चुकी हैं.
युवाओं के बीच लोकप्रिय
बिंदु गुलाब यादव की प्रसिद्धि उनके परिवार के राजनीतिक कद या अध्यक्ष पद तक ही सीमित नहीं है. बल्कि, वे युवाओं के बीच इसलिए लोकप्रिय हैं क्योंकि उनका पहनावा, आधुनिक बोलचाल का अंदाज़ और शैक्षिक पृष्ठभूमि उन्हें अन्य स्थानीय नेताओं से अलग बनाती है. सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता भी युवा मतदाताओं को आकर्षित करती है. वीआईपी में शामिल होने पर, उन्होंने साफ़ तौर पर कहा था कि उन्होंने बिहार के विकास के लिए लड़ने के लिए मुंबई की चकाचौंध छोड़ दी है.
ईडी ने पिता को किया था गिरफ्तार
हालांकि बिंदु गुलाब यादव के पिता गुलाब यादव पर लगे बेहद गंभीर आरोप भी हैं. गुलाब यादव को ईडी ने ₹90 करोड़ के कथित धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था. उन पर सरकारी धन का दुरुपयोग करने और अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. हालांकि, पटना उच्च न्यायालय ने हाल ही में उन्हें ज़मानत दे दी है. ये विवाद बिहार चुनाव में बिंदु की छवि पर असर डाल सकते हैं.