US Tariff: जहां ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर अतिरिक्त 50 % का टैरिफ लगाया है। वहीं अब अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने रूस से तेल खरीदने को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होने कहा है कि भारत रूस के तेल के दोबारा बेच कर अरबों का मुनाफा कमा रहा है।
वित्त मंत्री ने क्या कहा ?
अमेरिकी वित्त मंत्री ने आगे कहा कि भारत ने रूसी तेल बेचकर 16 अरब डॉलर यानी 1600 करोड़ रुपये का मुनाफ़ा कमाया है, इसलिए अवसरवादी मध्यस्थता स्वीकार्य नहीं है। बेसेंट ने आगे कहा कि यूक्रेन युद्ध से पहले भारत का 1 प्रतिशत से भी कम तेल रूस से आता था। लेकिन अब यह 42 प्रतिशत तक पहुँच गया है। भारत के कुछ अमीर घरानों को इससे बहुत फ़ायदा हुआ है।
Before the war in Ukraine, less than 1% of India’s oil came from Russia. Now it is 42%.
The system is allowing India to profiteer by buying cheap Russian oil, reselling it, and pocketing $16B in excess profits.
This opportunistic arbitrage is unacceptable. pic.twitter.com/zp4FuKs9vJ
— Treasury Secretary Scott Bessent (@SecScottBessent) August 19, 2025
चीन पर जुर्माने को लेकर कही ये बात
ट्रंप के फैसले का बचाव करते हुए, अमेरिकी वित्त मंत्री ने कहा कि चीन को रूसी तेल आयात करने के लिए दंडित नहीं किया गया क्योंकि चीन ने भारत की तुलना में रूस से कम तेल खरीदा है। बेसेंट ने कहा कि चीन का आयात औसतन कम है।
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उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध से पहले चीन का 13 प्रतिशत तेल रूस से आता था। अब यह 16 प्रतिशत हो गया है। वहीं, अगर भारत की बात करें, तो यूक्रेन युद्ध से पहले भारत का 1% से भी कम तेल रूस से आता था। अब यह 42% हो गया है।
भारत पर लगाया कुल 50% टैरिफ
अमेरिकी वित्त मंत्री ने कहा कि भारत रूसी तेल से लाभ कमा रहा है। इसलिए, रूस से तेल खरीदने पर उस पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया है और चीन को इससे बख्शा गया है। दरअसल, अमेरिका ने भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। इसमें पहले 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया और बाद में 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया। यह रूस से तेल खरीदने पर जुर्माने के तौर पर लगाया गया था।