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बंद होने वाली हैं किराने की दुकानें? पीछे की वजह जानकर उड़ जाएंगे लाखों दुकानदारों के होश

ऑनलाइन शॉपिंग एप उन लोगों के लिए बहुत लाभदाय है जिनके पास वक्त की कमी होती है और वह खुद से शौपिंग करने मार्केट नहीं जा सकते. आज उपभोक्ता जल्दी डिलीवरी और और मिलने वाले ऑफर्स, रिटर्न पोलिसी, और रेट के आधार पर निर्भर करते है कि खरीदारी ऑनलाइन करनी है या फिर ऑफलाइन

By: Anshika thakur | Published: November 13, 2025 12:29:50 PM IST



online grocery business: आज कल ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज बहुत बढ़ गया है. सिर्फ कपड़ों और डेकोरेशन के समान ही नहीं बल्कि रोजमर्रा ( grocery ) की खरीदारी भी लोग ऑनलाइन करना पसंद कर रहें है. ऑनलाइन ग्रोसरी एप जैसे ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टमार्ट, ज़ेप्टो जैसे कई ऐप ऑनलाइन ग्रोसरी घर बैठे उपभोक्ता तक पहुंचते हैं वो भी बहुत कम समय में और लोगों को उनका सामान घर पर प्राप्त हो जाता है.

PwC की रिपोर्ट के अनुसार भारत में ऑनलाइन ग्रोसरी बाजार में फास्ट डिलेवरी सेवाओं, उत्पादों की बड़ी विविधता और सुविधाजनक डिजिटल. अगर अब भी बहुत से उपभोक्ता सब्जी, फल, दूध और नॉन वेज की खरीदारी के लिए offline stores पर जाकर खरीदारी करना पसंद करते हैं.

रिपोर्ट में बताया गया कि अभी हो बेशक ऑनलाइन ग्रोसरी मार्केट बहुत छोटा है और काफी रफ्तार से बढ़ रहा है. अगर आने वाले समय में ये काफी अधिक बढ़ सकता है. आइए जानते हैं ऑनलाइन ग्रोसरी बाजार बढ़ने के क्या कारण है-

. आसान सुविधा 
. पैसे की पेमेंट बहुत आसानी से हो जाती  है. 
. फास्ट डिलेवरी की सुविधा

ऑनलाइन शॉपिंग का कारण

आज उपभोक्ता जल्दी डिलीवरी और और मिलने वाले ऑफर्स, रिटर्न पोलिसी, और रेट के आधार पर निर्भर करते है कि खरीदारी ऑनलाइन करनी है या फिर ऑफलाइन

रिपोर्ट के मुताबिक अगर ऑनलाइन ग्रोसरी बाजार अपने न्यूनतम ऑर्डर की शर्त हटा दें तो ऑनलाइन ग्रोसरी बाजार में बढ़ी तेजी देखने को मिल सकती है. क्योंकि अगर कम सामान घर बैठे शी दाम में प्राप्त होगा तो उपभोक्ता मार्केट जाके खुद से सामान घर लाना नहीं चाहेंगे.  ऑनलाइन शॉपिंग एप उन लोगों के लिए बहुत लाभदाय है जिनके पास वक्त की कमी होती है और वह खुद से शौपिंग करने मार्केट नहीं जा सकते.

एक प्रमुख निष्कर्ष में यह भी सामने आया कि भारत के छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के 66% खरीदारों ने सोशल मीडिया पर किसी भी ब्रांड या मोटरसाइकिल के बारे में देखने के बाद पहली बार ऑनलाइन ग्रोसरी खरीदी. इससे यह साफ होता है कि डिजिटल मार्केटिंग और सोशल मीडिया पर खरीदारी की संभावना पर बड़ा असर पड़ रहा है.

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