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जापान की हाई-पेड जॉब छोड़ भारत लौटे दो लड़के! भारत में खड़ा कर दिया 50,000 करोड़ का प्लेटफॉर्म

मीशो के फाउंडर IIT दिल्ली के दो पुराने स्टूडेंट, विदित अतरे और संजीव बर्नवाल हैं. 2015 में उन्होंने जो सपना शुरू किया था वह अब भारत में सोशल कॉमर्स का दूसरा नाम बन गया है.

By: Anshika thakur | Published: December 1, 2025 8:02:52 AM IST



Meesho IPO: ई-कॉमर्स कंपनी मीशो अपना IPO लॉन्च कर रही है. कंपनी ने ₹105-111 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है जिससे प्लेटफॉर्म की वैल्यू ऊपरी प्राइस बैंड पर लगभग ₹50,095.75 करोड़ (ओरिजिनल आउटस्टैंडिंग शेयरों के आधार पर) हो गई है. हम आपको बताने जा रहे हैं कि यह प्लेटफॉर्म कैसे बनाया गया इसे किसने बनाया और कंपनी प्रॉफिटेबल है या लॉस में.

मीशो के फाउंडर IIT दिल्ली के दो पुराने स्टूडेंट, विदित अतरे और संजीव बर्नवाल हैं. 2015 में उन्होंने जो सपना शुरू किया था वह अब भारत में सोशल कॉमर्स का दूसरा नाम बन गया है. यह सिर्फ़ एक ऐप नहीं है यह लाखों भारतीयों, खासकर महिलाओं के लिए रोज़ी-रोटी का ज़रिया भी है.

एक नए से विचार का जन्म लेना

2015 में, विदित और संजीव ने अपनी नौकरी छोड़ दी और बेंगलुरु के कोरमंगला में दो कमरों वाले फ्लैट की डाइनिंग टेबल पर मीशो शुरू किया. उनका आइडिया सिंपल था: “हर किसी को बिना एक पैसा इन्वेस्ट किए अपना ऑनलाइन बिज़नेस शुरू करने का मौका मिलना चाहिए.”

उन्होंने देखा कि जब Flipkart और Amazon जैसे बड़े प्लेटफॉर्म चल रहे थे तो छोटे दुकानदारों, गृहणियों और टियर-2 और टियर-3 शहरों के लोगों के लिए ऑनलाइन बेचना मुश्किल था. यहीं से Meesho का जन्म हुआ जिसने एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जहां कोई भी WhatsApp, Facebook और Instagram के जरिए प्रोडक्ट बेच सकता था.

सोशल कॉमर्स में बड़ा बदलाव

मीशो ने पारंपरिक ई-कॉमर्स को पूरी तरह बदल दिया है. आपको वेयरहाउस, इन्वेंट्री मैनेजमेंट या शिपिंग की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. बस एक प्रोडक्ट चुनें, उसे अपने WhatsApp ग्रुप या Facebook दोस्तों के साथ शेयर करें और जब ऑर्डर आएग तो मीशो उसे डिलीवर कर देगा. आपके अकाउंट में पैसे! इस मॉडल ने खासकर महिलाओं को मजबूत बनाया है. आज, मीशो के 15 मिलियन से ज़्यादा रीसेलर हैं जिनमें से 80% से ज़्यादा महिलाएं हैं जिनमें ज़्यादातर हाउसवाइफ हैं जो छोटे शहरों और गांवों से हैं.

2025 में मीशो ने 500,000 से ज़्यादा ट्रांज़ैक्शन करने वाले सेलर्स को 199 मिलियन सालाना ट्रांज़ैक्शन करने वाले यूज़र्स से जोड़ा और 1.8 बिलियन ऑर्डर डिलीवर किए. कंपनी की नेट मर्चेंडाइज़ वैल्यू (NMV) FY2024 में 21 प्रतिशत बढ़ने के बाद वित्त वर्ष 2025 में साल-दर-साल 29 प्रतिशत बढ़कर ₹29,988 करोड़ होने का अनुमान है.

शुरुआत से ही लगातार नुकसान

कंपनी शुरू से ही घाटे में चल रही है और इसका ऑपरेटिंग कैश फ्लो नेगेटिव रहा है. रेवेन्यू ग्रोथ और नेट मर्चेंडाइज वैल्यू (NMV) मार्केटिंग, टेक्नोलॉजी और मैनपावर में बड़े इन्वेस्टमेंट की वजह से बढ़ी है, जिससे कुल खर्च बढ़ गया है.

मीशो ने वित्त वर्ष 2025 में 3,942 करोड़ रुपये का नुकसान बताया जो ज़्यादातर एक बार के खास आइटम की वजह से हुआ जिसमें रिवर्स फ्लिप टैक्स और पब्लिक स्ट्रक्चर में इसके कन्वर्ज़न से जुड़ा प्रॉफ़िट टैक्स शामिल है.

श्री संजीव बर्नवाल

मीशो के को-फ़ाउंडर और CTO, संजीव बरनवाल ने IIT दिल्ली से ग्रेजुएशन करने के बाद सोनी जापान में कोर टेक टीम के साथ काम किया. लेकिन कुछ अपना करने की इच्छा उनके अंदर जलती रही. 2015 में वे विदित से मिले दोनों ने अपनी नौकरी छोड़ दी और भारत लौट आए बिना यह तय किए कि वे स्टार्टअप में क्या करेंगे! संजीव बरनवाल ने सोनी मोबाइल कम्युनिकेशंस में एंड्रॉयड कैमरा हार्डवेयर एब्स्ट्रैक्शन लेयर आर्किटेक्चर डिज़ाइनर और डेवलपर के तौर पर भी काम किया. उन्होंने पहले सोनी कॉर्पोरेशन के साथ भी काम किया है.

श्री विदित आत्रे

विदित आत्रे मीशो के को-फ़ाउंडर और CEO हैं. मीशो से पहले उन्होंने मोबाइल मार्केटिंग प्लेटफ़ॉर्म इनमोबी के साथ काम किया जहां उन्होंने कंपनी के लिए ग्रोथ स्ट्रेटेजी बनाई. ITC लिमिटेड में अपने समय के दौरान आत्रे ने बिजनेस के ऑपरेटिंग डिपार्टमेंट को भी देखा.

विदित आतरे को कई महत्वपूर्ण पुरस्कार मिले

फॉर्च्यून 40 अंडर 40 (2021)
फास्ट कंपनी की दुनिया की 50 सबसे इनोवेटिव कंपनियां (2020)
फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया और भारत (2018)

मीशो अपनी टीम में 1,001-5,000 कर्मचारियों के साथ काम करता है.

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