Global Market: 9 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजारों में एक बार फिर से गिरावट देखने को मिली। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच में ऐसा हुआ है। बीएसई सेंसेक्स बुधवार यानी आज 100 अंक से ज्यादा टूटा जिससे अस्थिरता आई है। आईटी स्टॉक्स पर भी बड़ा दबाव है।
सेंसेक्स बुधवार को 100 अंक के साथ ज्यादा गिरावट लेकर 74,10.83 पर ओपन हुआ है लेकिन मंगलवार को यह 74,227.08 पर बंद हुआ था। अगर आज सुबह की बात की जाए तो सेंसेक्स में 268.34 अंक या फिर 0.36% की गिरावट लेकर 73,958.74 पर था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी 50 में भी कमजोर रुख है। इस गिरावट के साथ में 22,460.30 अंक के साथ बाजार में ओपन हुआ था। लेकिन मंगलवार को यह 22,535.85 पर क्लोज हो गया था। अगर सुबह 9:30 की बात कि जाए तो निफ्टी में 107.70 अंक या 0.48% की गिरावट लेकर 22,428.15 पर था।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार 9 अप्रैल को नीतिगत दर रेपो रेट को 0.25% घटाकर 6.0% करने का ऐलान किया है। 7 फरवरी को हुई पिछली बैठक के दौरान आरबीआई ने रेपो रेट को 25 आधार अंक घटाकर 6.25% कर दिया था। तब से इस कारण से अमेरिका के सख्त टैरिफ के कारण आर्थिक अनिश्चितता बढ़ गई है। इस स्थिति में केंद्रीय बैंकों से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई थीं।
अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक तनाव अब और ज्यादा गहरा सकता है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के अनुसार अमेरिका ने बुधवार 8 अप्रैल को पूर्वी समयानुसार रात 12:01 बजे चीन पर 104% टैरिफ लागू किया है। इस फैसले के कारण अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार विवाद को और भी अधिक बढ़ा सकता है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि चीन जैसे कुछ देश अमेरिका के साथ अनुचित व्यापार कर रहे हैं। हाल के हफ्तों में ट्रंप सरकार ने कई बार दूसरे देशों पर यह आरोप लगाया कि वे अमेरिकी सामान पर भारी टैक्स लगाते हैं और अमेरिका की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाते हैं।
मंगलवार के ट्रेडिंग सेशन में इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक और एलएंडटी जैसे भारी भरकम स्टॉक्स में जोरदार तेजी से बाजार में शानदार रिकवरी देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 1089.18 अंक या 1.49% के जोरदार उछाल के साथ 74,227.08 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 374.25 अंक या 1.69% की मजबूती के साथ 22,535.85 पर क्लोज हुआ।
मंगलवार को अमेरिका स्टॉक फ्यूचर्स में भारी गिरावट हुई है। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज से जुड़े फ्यूचर्स 1.2% गिर गए। नैस्डैक-100 फ्यूचर्स 1.8 प्रतिशत और एसएंडपी 500 फ्यूचर्स में 1.5 प्रतिशत की कमी आई। पिछले ट्रेडिंग सेशन में वॉल स्ट्रीट बेंचमार्क्स नीचे बंद हुए थे। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.84 प्रतिशत गिरकर 37,645.59 पर और एसएंडपी 500 भी 1.57 प्रतिशत घटकर 4,982.77 पर बंद हुआ। इसके अलावा नैस्डैक 2.15 प्रतिशत गिरकर 15,267.91 पर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 22,2.72% गिरा है। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.71% और ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 1.35% नीचे था।
आसित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडियेट्स के अस्सिस्टेंस वाइस प्रेजिडेंट (टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च) हृषिकेश येदवे के अनुसार, डेली चार्ट पर निफ्टी ने एक हरा कैंडल फॉर्म किया और पिछले सेशन में 22,320 की बाधा के ऊपर बना रहा। यह निरंतर खरीदारी की रुचि और ताकत का संकेत देता है। ऊपर की ओर 22,800 निकटतम प्रतिरोध स्तर है, जो कि 22,320 अब महत्वपूर्ण समर्थन के रूप में कार्य करेगा। 22,800 के ऊपर एक निर्णायक मूव की संभावना भी खुल सकती है। निवेशक इन महत्वपूर्ण स्तरों पर निगरानी रखने की सलाह भी देते हैं, इस कारण से संभावित व्यापारिक अवसरों का लाभ भी मिल सके।
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