Does India have more gold than Pakistan?: इस खबर में आपको सोने के बढ़ते दामों (Gold Rates), वैश्विक सेंट्रल बैंकों द्वारा सोने की खरीद और भारत की एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के विशाल स्वर्ण भंडार के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी. जिसकी तुलना पाकिस्तान के पूरे गोल्ड रिजर्व से की गई है।
सोने के बढ़ते दाम और मुथूट फाइनेंस का विशाल भंडार:
साल 2025 की शुरुआत में सोने की कीमतों (Gold Rates) में लगातार उछाल देखने को मिल रहा था लेकिन सितंबर का महीना आते ही हर दिन नए रिकॉर्ड तेजी से ऊंचाइयों तक पहुंच रहा था. आर्थिक अनिश्चितता की वजह से दुनिया भर के सेंट्रल बैंक, जैसे चीन का सेंट्रल बैंक और भारत का आरबीआई (RBI), अपने गोल्ड रिजर्व (Gold Reserve) में तेजी से बढ़ोतरी करने में जुटा हुआ है.
भारत के पास पाकिस्तान से तीन गुना ज्यादा है सोना:
सबसे चौंकाने वाली सामने निकलकर यहा आई है कि भारत की सिर्फ एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC), गोल्ड लोन प्रोवाइडर मुथूट फाइनेंस के पास पड़ोसी देश पाकिस्तान के कुल स्वर्ण भंडार से तीन गुना से ज्यादा सोना जमा है. जानकारी के मुताबिक मुथूट फाइनेंस के पास उनके सेफ डिपॉजिट बॉक्स में 209 टन सोना जमा है. बात करें पाकिस्तान की तो, पाकिस्तान के रिजर्व में जनवरी 2025 तक केवल 64.7 टन सोना था, जो सबसे ज्यादा गोल्ड रिजर्व वाले देशों में 49वें स्थान पर था.
गोल्ड फाइनेंस स्टॉक्स पर कितना है फोकस:
भारतीय कंपनियों के पास कई देशों से ज्यादा गोल्ड रिजर्व होने के इन आंकड़ों ने बाजार में सोने के वित्तपोषकों (Gold Finance Companies), जैसे मुथूट फाइनेंस और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों का अपनी तरफ तेजी से आकर्षित किया है. मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मुथूट फाइनेंस अभी भी एक प्रमुख कंपनी बनी हुई है, जबकि मणप्पुरम फाइनेंस में मौजूदा स्तर से अधिक ग्रोथ की संभावना है.
2025 में Gold ने तोड़े सारे रिकॉर्ड:
साल 2025 की शुरुआत से ही सोने की कीमतों में काफी इजाफा देखने को मिला. अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 3 हजार 848 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया. वहीं दूसरी तरफ सोने की बढ़ती कीमतें और मुथूट फाइनेंस का विशाल गोल्ड रिजर्व भारतीय वित्तीय बाजार की स्थिरता और सोने के प्रति भारतीय निवेशकों के रुझान को दर्शाता हैं.