Income Tax News : आयकर विभाग ने करदाताओं के लिए एक और उपयोगी सुविधा शुरू की है. अब आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने के बाद ये जानना आसान हो गया है कि उस पर आगे क्या कार्यवाही हो रही है. विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर शुरू किए गए इस नए फीचर से पारदर्शिता बढ़ेगी, करदाताओं का विश्वास मजबूत होगा और अधिकारियों की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी.
ये फीचर करदाताओं को ये जानकारी देगा कि उनका फाइल किया हुआ रिटर्न किस अधिकारी ने, कब और किस समय देखा. पहले ये जानकारी करदाताओं को नहीं मिलती थी, जिससे फाइल की स्थिति को लेकर भ्रम बना रहता था. अब ये प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और ट्रैक करने योग्य होगी.
करदाताओं को कैसे होगा फायदा?
रीयल टाइम अपडेट: करदाता जान सकेंगे कि उनकी फाइल पर कार्यवाही कब शुरू हुई और कौन अधिकारी उसे देख रहा है.
अधिकारियों की निगरानी: चूंकि हर कार्य डिजिटल रूप में रिकॉर्ड होगा, इससे अधिकारियों पर समय पर कार्यवाही करने का दबाव रहेगा.
देरी या विवाद से निपटना होगा आसान: अब ये साफ रहेगा कि कब और कैसे फाइल पर कार्रवाई हुई, जिससे किसी भी असमंजस या कानूनी विवाद की स्थिति में समाधान में आसानी होगी.
विश्वास बढ़ेगा: ये पारदर्शी प्रक्रिया करदाताओं के बीच आयकर विभाग के प्रति भरोसा मजबूत करेगी.
गोपनीयता बनी रहेगी
इस सुविधा के तहत केवल वही करदाता अपने रिटर्न की स्थिति देख सकेगा जिसने वो फाइल किया है. किसी और को ये जानकारी नहीं मिलेगी, जिससे गोपनीयता बनी रहेगी.
जल्द आ रहे हैं नए आयकर नियम
सरकार आने वाले वित्तीय वर्ष 2026-27 से नया आयकर कानून लागू करने जा रही है. इसकी अधिसूचना 31 दिसंबर 2025 तक जारी कर दी जाएगी.
क्या होंगे बदलाव?
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, नए नियमों की संख्या कम करके लगभग 400 कर दी जाएगी, जबकि वर्तमान कानून में 500 से अधिक नियम हैं. इसका उद्देश्य है –
कर प्रणाली को आसान बनाना
नियमों का पालन सरल करना
प्रशासनिक प्रक्रिया को मजबूत करना
मंत्रालय इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है और उम्मीद है कि नए कानून से टैक्स भरने की प्रक्रिया आम नागरिकों के लिए सरल और साफ-सुथरी हो जाएगी.