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साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराते समय हार्ट अटैक से हुई मौत, हो जाएं सावधान!

बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में, साइबर ठगी (Cyber Fraud) से 25 लाख रुपये गंवाने वाले रिटायर्ड प्रोफेसर (Retired Professor) की शिकायत दर्ज कराते समय हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत हो गई, अपराधियों ने PNB अधिकारी (PNB Officer) बनकर, फर्जी APK फाइल के जरिए उनके खाते से पैसे उड़ा लिए. पुलिस ने खाते को फ्रीज़ कर जांच शुरू कर दी है.

By: DARSHNA DEEP | Published: October 26, 2025 5:01:34 PM IST



Muzaffarpur Cyber Fraud Crime News: साइबर ठगी का शिकार होने से आप भी ज़रा सावधान हो जाइए. दरअसल, बिहार के मुजफ्फरपुर से बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराने के दौरान रिटायर्ड प्रोफेसर की हार्ट अटैक से मौत हो गई. क्या है पूरा मामला हमारी पूरी खबर पढ़िए. 

क्या है घटना का पूरा मामला: 

 काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के नया टोला निवासी और पूसा एग्रीकल्चर कॉलेज के रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. मुकेश प्रसाद सिंह दरअसल, साइबर ठगी का शिकार बन गए. साइबर ठगों ने उनके बैंक खाते से 25 लाख रुपये निकाल लिए. सबसे दुखद बात यह है कि जब प्रोफेसर सिंह ठगी की शिकायत दर्ज कराने साइबर थाना पहुंचे, तो उन्हें वहीं पर हार्ट अटैक आ गया, आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया. 

अपराधियों ने कैसे दिया ठगी को अंजाम

मृतक रिटायर्ड प्रोफेसर सिंह ने अपनी अधूरी शिकायत में पुलिस को जानकारी देते हुए बताया था कि 22 अक्टूबर को कुछ लोगों ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का अधिकारी बताकर उनसे संपर्क किया और फिर अपराधियों ने बैंक एप अपडेट करने के बहाने उन्हें व्हाट्सएप पर एक फर्जी एपीके (APK) फाइल भेजी.  जैसे ही प्रोफेसर ने इस “नए वर्ज़न” की फाइल को इंस्टॉल किया, अपराधियों ने उनके मोबाइल का पूरा रिमोट एक्सेस हासिल कर लिया. इसके बाद नेट बैंकिंग के ज़रिए तुरंत उनके खाते से 25 लाख रुपये निकाल लिए.  पुलिस के मुताबिक, अपराधियों ने फोन क्लोनिंग और स्क्रीन शेयरिंग तकनीक का भी अच्छी तरह से इस्तेमाल किया था.

पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ जांच की शुरू

बैंक स्टेटमेंट से पता चला कि 23 अक्टूबर को पैसे विभिन्न ट्रांजैक्शन में प्रतिका विश्वास, गोरिस कुमार और मो. आसिफ के खातों में RTGS और NEFT के माध्यम से ट्रांसफर किए गए थे. साइबर डीएसपी हिमांशु कुमार ने इस घटना पर जानकारी देते हुए बताया कि सभी संबंधित खातों को पूरी तरह से फ्रीज़ कर दिया गया है और साथ ही आगे कहा कि फिलहाल, इस मामले की तकनीकी जांच की जारी रही है. 

प्रदेश में लगातार बढ़ते जा रहे साइबर अपराध 

इस पूरी घटना के बाद से मुजफ्फरपुर में सनसनी फैल गई. बिहार में फर्जी बैंक लिंक, KYC अपडेट, और लॉटरी कॉल जैसे तरीकों से हर महीने 200 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की जाती है. इस खबर को पढ़ने के बाद आपको भी सावधानी बरतनी बेहद ही ज़रूरी है. क्योंकि वो कहते हैं न कि पैसे पेड़ में कभी नहीं उगते हैं

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