Gajkesari Yog 2025: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के गोचर की बात को विस्तार से बताया गया है. ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि समय-समय पर ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं. इसे ही ग्रहों का गोचर कहा जाता है. इससे ही राशि परिवर्तन कहते हैं. देवगुरु बृहस्पति का प्रवेश 18 अक्टूबर को अतिचारी अवस्था में कर्क राशि में हुआ था. पांच दिसंबर तक देवगुरु बृहस्पति इसी राशि में गोचर करेंगे. 10 नवंबर को देवगुरु बृहस्पति चंद्रमा के साथ मिलकर गजकेसरी योग बनाएंगे. गजकेसरी योग बनने से किन राशियों के जातकों को मिल सकता है लाभ?
इन राशियों के जातकों को गजकेसरी योग से मिलेगा लाभ
मेष राशि
गजकेसरी योग के बनने से मेष राशि वालों का अच्छा समय शुरू हो सकता है. व्यापार में आर्थिक लाभ हो सकता है. आपको ऑफिस में किसी वरिष्ठ अधिकारी का सहयोग मिल सकता है.
कर्क राशि
गजकेसरी योग के बनने से कर्क राशि वालों का भाग्य चमक सकता है. समाज में मान-सम्मान बढ़ सकता है. नौकरीपेशा जातकों को लाभ मिलने की संभावना है.
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वृश्चिक राशि
गजकेसरी योग के बनने से वृश्चिक राशि के जातकों को आर्थिक और मानसिक रूप से सारी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है. करियर में लाभ निल सकता है.