Shehbaz Sharif Plan For Pakistan Water Crisis: आतंकवाद को पालने वाला पाकिस्तान इन दिनों अपने कर्मों की सजा भुगत रहा है। पहलगाम टेरर अटैक के बाद भारत ने ये साफ कर दिया था कि ‘खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता’ और सिंधु नदी समझौते को रद्द कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान महीनों तक खूब बिलबिलाया, अमेरिका की गोद में रोया और दोबारा जंग की गीदड़भभकी भी दी लेकिन कुछ काम नहीं आया। अब इस देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को याद आया है कि उन्हें अपने मुल्क को प्यास से बचाना है और उन्होंने बड़ा ऐलान कर डाला है।
Shehbaz Sharif ने क्या निकाला हल
दरअसल, हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने मुल्क में पानी की समस्या का हल निकाल लिया है। उनकी बातों में सिंधु जल संधि के निलंबित होने का दर्द साफ नजर आया। शहबाज ने पानी की कमी की तरफ इशारा करते हुए अपने मुल्क में जल भंडारण (वाटर स्टोरेज) की क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया है। जियो न्यूज के मुताबिक, अब शहबाज सरकार वाटर स्टोरेज कैपेसिटी को बढ़ाने के प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम करेगी। उन्होंने इससे जुड़े विभागों को वाटर स्टोरेज परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान भी शहबाज, भारत का नाम जपना नहीं भुले और उन्होंने कहा कि ‘दिल्ली की मंशा पानी को हथियार बनाने की है’।
भारत का नाम जपना नहीं भूले
शहबाज का तर्क है कि भारत अकेले सिंधु समझौते को निलंबित नहीं कर सकता है। अपने कर्मों का फल भुगत रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत को अंतरराष्ट्रीय बाध्यताएं याद दिलाई हैं। बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने नरसंहार मचाया था और 26 निर्दोष टूरिस्ट्स की धर्म पूछकर हत्या की थी। इसके बाद भारत ने इन हत्यारों को छुपाने वाले देश पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहर कार्रवाई की थी और ये बोलते हुए सिंधु समझौता निलंबित कर दिया था कि ‘पाकिस्तान आतंकवादियों को भारत को सौंप दे क्योंकि पानी और खून साथ नहीं बह सकता है’।