Maharashtra News: महाराष्ट्र के सतारा में एक महिला डॉक्टर ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली है. उसने अपनी हथेली पर एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें आरोप लगाया है कि एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर (एसआई) ने पांच महीनों में चार बार उसके साथ बलात्कार किया गया है. सुसाइड नोट में उसने पुलिस अधिकारी जो एक सांसद है, और उसके निजी सहायकों पर उस पर दबाव डालने का आरोप लगाया और शारीरिक व मानसिक शोषण का भी ज़िक्र किया है.
पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ़्तार किया
पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. इसके बाद एक आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है. सतारा के फलटण उप-ज़िला अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत 26 वर्षीय महिला ने हथेली पर लिखे सुसाइड नोट में साफ तौर पर लिखा है कि सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने उसके साथ चार बार बलात्कार किया और पांच महीनों से ज़्यादा समय तक उसे मानसिक और शारीरिक शोषण का शिकार बनाया है.
महाराष्ट्र पुलिस कटघरे में
इस पूरी घटना ने महाराष्ट्र पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है. महिला पिछले 23 महीनों से अस्पताल में काम कर रही थी और उसका बॉन्ड पूरा होने में बस एक महीना बाकी था. जिसके बाद वह स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करना चाहती थी. रिपोर्ट के अनुसार सुसाइड नोट की एक प्रति में कहा गया है कि पुलिस अधिकारियों ने उन पर आरोपियों के लिए फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव डाला है. जिनमें से कई को मेडिकल जांच के लिए भी नहीं लाया गया था. जब उन्होंने इनकार किया तो सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने और अन्य ने उन्हें परेशान किया है.
सांसद के निजी सहायक ने अस्पताल में प्रवेश किया
महिला के सुसाइड नोट में एक खास घटना का जिक्र है जिसमें उसने कहा है कि जब उसने सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया है. तो एक सांसद के दो निजी सहायक अस्पताल में घुस आए है. उन्होंने उससे सांसद को फोन करवाया और परोक्ष रूप से उसे धमकाया है. हालांकि पुलिस ने अभी तक सांसद का नाम उजागर नहीं किया है. उसके चचेरे भाई ने भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं, जिन्होंने कहा कि उन्होंने दो-तीन बार शिकायत की थी. पुलिस अधीक्षक (एसपी) और पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) को पत्र लिखने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. चचेरे भाई ने आगे कहा कि पत्र में उन्होंने पूछा था कि अगर उन्हें कुछ हो गया तो कौन ज़िम्मेदार होगा.