RAS Officer Chotu Lal Sharma: राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) के अधिकारी छोटूलाल शर्मा, जो हाल ही में भीलवाड़ा में एक सीएनजी पंपकर्मी को थप्पड़ मारने की घटना के बाद निलंबित हुए हैं, उनकी पहली पत्नी पूनम जखोड़िया ने उनके खिलाफ एक सनसनीखेज आरोप लगाए हैं जिसने हर किसी हैरान कर दिया है. क्या है पूरा मामला हमारी इस खबर में पढ़िए.
पूनम जखोड़िया के सनसनीखेज आरोप
पूनम जखोड़िया के मुताबिक, उनकी शादी के 10 साल बाद जब छोटूलाल शर्मा का आरएएस में चयन हुआ तो उनका अचानक से तेवर बदल गया और उनकी नीयत खराब होने लगई थी. उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि व्यवहार में बदलाव और अन्य महिलाओं से उनका संबंध भी था. आरएएस अधिकारी बनने के बाद उनके घर में गैर महिलाओं का आना-जाना लगा रहता था. वह रात को दो-ढाई बजे तक बाथरूम में छिपकर मोबाइल पर रोजाना उनसे बातें किया करते थे.
पूनम जखोड़िया ने लगाया मारपीट का आरोप
इन सब आरोपों के अलावा उन्होंगे आगे कहा कि जब पूनम इन बातों का विरोध करती थीं, तो छोटूलाल शर्मा उनके साथ मारपीट किया करते थे. पूनम का कहना है कि आरएएस बनने के बाद उनकी मारपीट और भी ज्यागा बढ़ गई थी. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि थप्पड़ मारना छोटूलाल शर्मा की आदत बन चुकी थी. चलते-फिरते अमरूद वाले या मेले में झूले वाले को भी थप्पड़ मारा करते थे और अधिकारी होने का रौब दिखाकर मनमानी करते थे. इसके अलावा उनके बच्चों में छोटूलाल शर्मा का खौफ था. वे उनके डर की वजह से कुर्सी और बैड के नीचे छिप जाते थे.
कर्तव्यों को भूलना छोटूलाल शर्मा की थी आदत
पूनम ने आगे बताया कि आरएएस बनने से पहले उन्होंने ही स्कूल-कॉलेजों में पढ़ाकर घर चलाया, बच्चे पाले और छोटूलाल को घर बैठे-बैठे खिलाया, लेकिन अधिकारी बनते ही वह यह सब भूल गए. साथ ही उन्होंने कहा कि छोटूलाल शर्मा के साथ वर्तमान में रह रही महिला के साथ शादी को कानून के खिलाफ बताया है, क्योंकि उन्होंने उनके तलाक को हाईकोर्ट में चुनौती दी हुई है.
छोटूलाल शर्मा की ज्यादती और कानून को चुनौती
पूनम ने कहा कि साल 2022 में उन्होंने छोटूलाल शर्मा की ज्यादतियों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला है. उस समय भी छोटूलाल शर्मा पुलिस को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहते थे कि “पुलिस और कानून मेरा कुछ नहीं कर सकता है”. पुलिस वाले मेरे घर के बाहर वफादार कुत्ते की तरह खड़े रहते हैं. “
इन आरोपों के सामने आने के बाद प्रतापगढ़ में पदस्थापित और भीलवाड़ा घटना की वजह से निलंबित हुए छोटूलाल शर्मा की मुश्किलें अब और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं.