UP News: एक बार फिर यूपी में मुसलमानों कको लेकर विवाद छिड़ गया है. दरअसल, स्वामी यशवीर महाराज ने कार्तिक पूर्णिमा पर गढ़मुक्तेश्वर और सुखतीर्थ शुक्रताल में आयोजित सनातन धर्म के मेलों में मुसलमानों के शामिल होने पर रोक लगाने की मांग की है. जिसे लेकर उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की पवित्रता “थूक-मूत्र षड्यंत्र से प्रेरित जिहादी गिरोह” से खतरे में है. इतना ही नहीं बल्कि यशवीर महाराज का एक और फरमान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सामने आया है. दरअसल, इस साल, उन्होंने गढ़मुक्तेश्वर और शुक्रताल के तीर्थ नगरों में आयोजित कार्तिक मेलों को संबोधित करते हुए अपना एक वीडियो जारी किया. वीडियो में, यशवीर महाराज ने कहा कि थूक-मूत्र जिहादी गिरोह के सदस्य अपना नाम और पहचान छिपाकर भोजन और पूजा सामग्री बेचने वाले स्टॉल लगाते हैं. यह सनातन धर्म के अनुयायियों की आस्था को भ्रष्ट करता है. महाराज का कहना है कि केवल सनातन धर्म के सदस्यों को ही इस मेले में शामिल होने और स्टॉल लगाने का अधिकार है.
विवादों में घिरे स्वामी यशवीर महाराज
वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्वामी यशवीर महाराज अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे रहते हैं. एक बार फिर वो विवादों में घर गए हैं. लेकिन, यह पहली बार नहीं है जब यशवीर महाराज ने प्रतिबंध लगाने की बात कही हो. दरअसल, पिछले साल, 2024 में, उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों से पूजा सामग्री और प्रसाद की दुकानें न लगाने की भी अपील की थी.
मुसलमानों के बेचे सामान को न खरीदें
इस दौरान उन्होंने दावा किया कि यहां कुछ लोग अपना नाम छिपाकर और पूजा सामग्री बेचकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं. स्वामी यशवीर ने इस बात का भी दावा किया, “अगर सनातन धर्म के लोग किसी खास समुदाय से सामग्री खरीदकर पूजा करते हैं, तो उनकी पूजा मान्य नहीं मानी जाएगी. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि अगर सनातन धर्म के लोग किसी खास समुदाय द्वारा बनाया गया प्रसाद खाते हैं, तो उसे अशुद्ध माना जाएगा और इससे धर्म भ्रष्ट होगा.