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जंभाई के दौरान अटका जबड़ा; डॉक्टर की सूझ-बूझ से बची जान, पूरी जानकारी

सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेज़ी से वायरल हो रही है जिसमे एक व्यक्ति का जबड़ा जंभाई लेते वक्त अटक गया, डॉक्टर की मौजूदगी में बची युवक की जान. पूरी जानकारी पढ़े

By: Team InKhabar | Published: October 22, 2025 8:05:26 PM IST



Kerala viral video: सोशल मीडिया की वजह से इंटरनेट पर हर हफ्ते कोई न कोई खबर बहुत तेजी से वायरल होती है, हाल ही में एक खबर वायरल हुई हैं. रात का सफर अक्सर शांत और आरामदायक होता है, लेकिन कभी-कभी ट्रेन में अचानक असामान्य घटनाएं भी हो सकती हैं. केरल के पलक्कड़ जंक्शन पर ऐसा ही एक हैरान करने वाली एक घटना सामने आयी है. कन्याकुमारी डिब्रूगढ़ विवेक एक्सप्रेस में यात्रा कर रहा एक 24 साल का युवक जंभाई ले रहा था और उसी समय उसका जबड़ा अटक गया, दर्द और चिल्लाहट से आसपास के लोग घबरा गए लेकिन सौभाग्य रहा कि पास में मौजूद रेलवे डॉक्टर ने तुरंत कदम उठाया.

सफर के दौरान अटका जबड़ा

घटना लगभग आधी रात के करीब हुई, जब ट्रेन स्टेशन पर थोड़ी देर के लिए रुकी थी, युवक आराम से बैठा था और जब उसने गहरी जंभाई ली तो अचानक उसके जबड़े की हड्डी अपनी जगह से बाहर आकर अटक गई. वह दर्द से कराहने लगा और बोल भी नहीं पा रहा था, यात्रियों में चिंता फैल गई क्योंकि ऐसे हालात में देर होने पर समस्या और गंभीर हो सकती थी, लेकिन वहीं स्टेशन पर तैनात रेलवे डॉक्टर डॉ. जितिन पी.एस. ने तुरंत मरीज के पास आकर स्थिति देखी और तुरंत उपचार शुरू किया.

डॉक्टर की सूझ-बूझ से बची जान 

डॉक्टर ने मैनुअल रिडक्शन नामक साधारण लेकिन प्रभावी तकनीक का इस्तेमाल किया. इस तरीके में किसी मशीन या उपकरण की जरूरत नहीं होती है डॉक्टर हाथों से हल्का दबाव दे कर जबड़े को वापस सही जगह पर ला देते हैं, डॉ. जितिन ने शांत तरीके से तीन मिनट के भीतर युवक का जबड़ा सही स्थिति में बैठा दिया. दर्द तुरंत कम हुआ और युवक ने राहत की सांस ली, इलाज के कुछ ही समय बाद वह मुस्करा कर धन्यवाद कर रहा था और फिर से अपनी यात्रा को जारी कर पाया.

वीडियो साउदर्न रेलवे ने सोशल मीडिया पर साझा किया

इस घटना का वीडियो साउदर्न रेलवे ने सोशल मीडिया पर साझा किया, जो काफी वायरल हुआ. वीडियो में डॉक्टर की दक्षता और संयम साफ दिखता है, लोगों ने डॉक्टर की बहुत तारीफ की और कहा कि लंबी दूरी की ट्रेनों में तात्कालिक मेडिकल सुविधा कितना महत्वपूर्ण है. कई लोगों ने सुझाव दिया कि हर लंबे मार्ग वाली ट्रेन में कम से कम प्राथमिक चिकित्सा देने वाला व्यक्ति होना चाहिए.

आपातकाल में सही जानकारी

यह घटना सिखाती है कि छोटी-छोटी आपात स्थितियों में सही जानकारी और त्वरित कदम कितना मायने रखते हैं. कभी-कभी साधारण सी मदद भी किसी की जान या यात्रा बचा सकती है. डॉ. जितिन की फुर्ती और शांत व्यवहार ने एक मुश्किल घड़ी को आसान बना दिया और युवक सुरक्षित रूप से अपनी यात्रा पूरी कर सका.

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