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Chhath Puja 2025: इस बार छठ पूजा पर बन रहा है दुर्लभ योग, सूर्य देव बरसाएंगे आशीर्वाद, पूरी होंगी हर मनोकामनाएं

Chhath Puja 2025 Subh Yog: सूर्य देव की उपासना का महापर्व छठ मनाने का समय निकट है. इस वर्ष छठ के दौरान एक अनोखा योग बन रहा है, जो भक्तों को कई गुना अधिक पुण्य प्रदान करेगा.

By: Shivashakti Narayan Singh | Published: October 22, 2025 7:52:50 PM IST



Chhath Puja 2025 Subh Yog: दिवाली समाप्त होते ही छठ का इंतजार शुरू हो जाता है. कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करके छठ मनाया जाता है. हालाँकि, यह पर्व चार दिनों तक चलता है.नहाय खाय से शुरू होकर, यह पर्व खरना और डूबते व उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ संपन्न होता है.

चार दिनों का त्योहार है छठ

छठ का त्योहार चार दिनों तक मनाया जाता है. छठ पर्व की तैयारियां कई दिन पहले से शुरू हो जाती हैं. छठ झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में भी मनाया जाता है. आइए जानें इस वर्ष छठ कब है और इस दौरान कौन से शुभ योग बन रहे हैं.

कब से शुरू हो रही छठ

 साल 2025 में छठ पूजा 25 अक्टूबर से शुरू होकर 28 अक्टूबर को समाप्त होगी. सबसे पहले 25 अक्टूबर को नहाय-खाय होगा, उसके बाद अगले दिन 26 अक्टूबर को खरना होगा. फिर तीसरे दिन 27 अक्टूबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. फिर 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. छठ के दौरान सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करने की परंपरा है.

छठ के शुभ योग

इस साल छठ पर्व पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसमें रवि योग का बनना बेहद शुभ माना जा रहा है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी छठ पूजा पर रवि योग और शुक्र योग बन रहा है. रवि योग सूर्य का ही दूसरा नाम है. ऐसे में सूर्य उपासना के पर्व छठ पर रवि योग का बनना श्रद्धालुओं को कई गुना अधिक लाभ देगा. 27 अक्टूबर को रवि योग का संयोग रात 10:46 बजे तक रहेगा. जबकि शुक्र योग का संयोग पूरी रात रहेगा. श्रद्धालु रवि योग में सूर्य देव को जल अर्पित करेंगे. इस योग में सूर्य देव की पूजा करने से अच्छे स्वास्थ्य का वरदान प्राप्त होता है. इससे सुख-समृद्धि में भी वृद्धि होती है. इसके अलावा छठ पूजा के दिन कौलव और तैतिल करण का संयोग भी बन रहा है. ये योग भी शुभ माने जाते हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है

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