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बर्बरता की सारे हदें हुई पार! दलित ड्राइवर का अपहरण फिर जबरन पिलाई पेशाब

मध्य प्रदेश के भिंड (Bhind) जिले से इंसानियत को शर्मसार (Shames Humanity) करने वाला मामला सामने आया है. जहां, तीन युवकों ने दलित ड्राइवर (Dalit Driver) का अपहरण कर उसके साथ मारपीट की और साथ ही जबरन पेशाब (Urine) पीने के लिए मजबूर भी कर दिया.

By: DARSHNA DEEP | Published: October 21, 2025 7:23:39 PM IST



Madhya Pradesh Crime News: मध्य प्रदेश के भिंड जिले से एक दलित ड्राइवर के साथ बर्बरता और अमानवीय व्यवहार की चौंकाने वाली और शर्मनाक घटना सामने आई है. आरोप है कि तीन युवकों ने ड्राइवर का अपहरण कर उसके साथ न केवल बेरहमी से मारपीट की बल्कि उसे जबरन पेशाब पीने के लिए मजबूर भी कर दिया. 

क्या है अपहरण का पूरा मामला: 

पीड़ित ड्राइवर ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि वह पहले दतावली गांव के सोनू बरुआ की बोलेरो चलाता था, लेकिन काम छोड़कर ग्वालियर में ही रहने लग गया था. सोमवार रात को सोनू बरुआ, आलोक पाठक (दतावली निवासी) और छोटू ओझा (भिंड निवासी) ग्वालियर पहुंचे और उसे जबरन कार में बैठाकर सुरपुरा गांव ले आए. 

पहले बनाया बंधक और फिर की पिटाई:

सुरपुरा गांव पहुंचते ही तीनों आरोपियों ने ड्राइवर को सबसे पहले तो बंधक बनाया और फिर उसके साथ जमकर मारपीट भी की. इतना ही नहीं आरोपियों का मन नहीं भरा तो उसे जबरन शराब पिलाई और फिर पेशाब पीने के लिए मजबूर किया. जब पीड़ित की हालत गंभीर हो गई तो आरोपी उसे वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गए. पीड़ित ने किसी तरह अपने परिजनों को पूरी घटना के बारे में सूचना दी. सूचना पर पहुंचे पीड़ित के परिजनों ने घायल अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया.

एडिशनल एसपी ने की पीड़ित से मुलाकात:

मामले की गंभीरता को देखते हुए, कलेक्टर करोड़ी लाल मीणा और एडिशनल एसपी संजीव पाठक तुरंत अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने पीड़ित से मिलकर घटना की पूरी जानकारी हासिल की. एडिशनल एसपी संजीव पाठक ने इस घटना पर जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ मारपीट, बंधक बनाने और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि दो मुख्य आरोपी सोनू बरुआ और आलोक पाठक को गिरफ्तार तर लिया गया है, जबकि तीसरे आरोपी छोटू ओझा की तलाश फिलहाल जारी है.

कलेक्टर ने पुलिस अधिकारियों को दिए सख्त जांच:

कलेक्टर ने पुलिस अधिकारियों को मामले की निष्पक्ष जांच में तेजी लाने और चिकित्सा अधिकारियों को पीड़ित का समय पर इलाज सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. जबरन पेशाब पिलाने के घृणित आरोप की पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट और पीड़ित के विस्तृत बयान के आधार पर ही की जाएगी. 

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