बाल हमारी खूबसूरती और पर्सनैलिटी को निखारने के लिए अहम हिस्सा होता हैं. और बात हो बालों कि तो आज के समय में किसको लंबे, घने और चमकदार बाल नहीं पसंद. इसलिए हर कोई अपने बालों को अच्छा करने के लिए शैम्पू, तेल, कंडीशनर और घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि चाँद की गति और चरण बालों की वृद्धि पर असर डालते हैं? इसे कुछ लोग मथिक मानते हैं, तो कुछ लोग इसे जादू की तरह मानते है. तो चलिए जानते है कि इस रहस्य के पीछे की क्या है सच्चाई.
चाँद और बालों की लंबा करने का संबंध
प्राचीन समय से ही लोग चाँद के प्रभाव को प्राकृतिक प्रक्रियाओं पर मानते आए हैं. जैसे किसान चाँद के अनुसार फसल बोते और काटते हैं, वैसे ही कुछ लोग मानते हैं कि चाँद के अलग- अलग चरणों में बाल काटने या तेल लगाने से बालों की लंबाई और घनत्व पर असर पड़ता है. यह विश्वास काफी समय से आयुर्वेदिक दृष्टिकोण पर आधारित है.
चाँद के चरण और उनके प्रभाव
चाँद के चार मुख्य चरण होते हैं, अमावस्या, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा और कृष्ण पक्ष. माना जाता है कि शुक्ल पक्ष में बाल धीरे बढ़ते हैं या कमजोर हो सकते है. पूर्णिमा के समय बालों की मालिश या तेल लगाने से बाल मजबूत और चमकदार बनते है.
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
विज्ञान के अनुसार बालों की वृद्धि मुख्यतः हॉर्मोन, पोषण और स्कैल्प की सेहत पर निर्भर करती है. चाँद की स्थिति का सीधे बालों पर असर होने का कोई प्रमाण नहीं है. हालांकि, चाँद के अलग-अलग जगाहों पर बदलाव होते हैं, जो नींद, मूड और दिनचर्या पर असर डाल सकते हैं. अच्छे मूड और सही नींद बालों की सेहत के लिए मददगार होती है, जिससे अप्रत्यक्ष रूप से चाँद का लाभ माना जा सकता है.
पारंपरिक नुस्खे
कुछ पारंपरिक नुस्खों में कहा जाता है कि शुक्ल पक्ष में बाल काटें, ताकि वे घने और तेजी से बढ़ें. पूर्णिमा के दिन तेल लगाना बालों को मजबूत और चमकदार बनाता है. वहीं, कृष्ण पक्ष में बाल काटने से बचना चाहिए, क्योंकि यह बालों के टूटने और धीमी वृद्धि का समय माना जाता है. यह पालन करने से मानसिक संतुलन और नियमित बालों की देखभाल में मदद मिलती है.यही कारण है कि इसे विश्व की बेहतरीन ब्रेड्स में शामिल किया गया है.